देश की संपत्ति एक-एक कर बेच रही केंद्र सरकार : आखिर कहां जा रही अरबों-खरबों की रकम

देश की संपत्ति एक-एक कर बेच रही केंद्र सरकार : आखिर कहां जा रही अरबों-खरबों की रकम
सैन फ्रांसिसकों । केन्द्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने आज सिलिकॉन वैली में निवेशकों और उद्यमियों के साथ चर्चा की और वर्ष 2023 तक भारत में डिजिटल मुद्रा शुरू की जायेगी। श्रीमती सीतारमण ने फिक्की द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार ने बजट में डिजिटलीकरण के लिए बजट में कई पहलों की घोषणायें की है। रिजर्व बैंक द्वारा डिजिटल मुद्रा, डिजिटल बैंक और डिजिटल विश्वविद्यालय बनाने की घोषणाओं का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि सरकार हर क्षेत्र में डिजिटलीकरण को लगातार प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत में डिजिटलीकरण को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है और वर्ष 2023 तक नयी डिजिटल मुद्रा जारी करने की घोषणा की जा चुकी है। उन्होंने हालांकि कहा कि दूसरे देशों की तरह प्रास्तवित डिजिटल मुद्रा का उद्देश्य वित्तीय समावेशन नहीं है। सरकार और रिजर्व बैंक के इसके विभिन्न व्यावसायिक उपयोग पर भी विचार कर रहा है। भारत में वित्तीय समावेशन को जैम तंत्र के माध्यम से हासिल किया गया है। उन्होंने चर्चा के दौरान निवेशकों के साथ लगातार संपर्क में रहने और उनकी चिंताओं को दूर करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में सशक्त स्टार्टअप इकोसिस्टम को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने बहुत ही सक्रिय स्टार्टअप प्रकोष्ठ का गठन भी किया है। जो लोग स्टार्टअप के लिए इच्छुक हैं उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्हें उद्योग एवं आतंरिक व्यापार संवर्धन विभाग से जोड़ा गया है। उन्होंने निवेशकों से कहा कि वे अपने सुझाव दे सकते हैं और कठिनाइयां भी बता सकते हैं और जहां तक संभव होगा उनकी समस्याओं का समाधान भी किया जायेगा। चर्चा के दौरान निवेशकों ने माना कि भारत में यूनिकार्न कंपनियां बनाने की बहुत संभावनायें हैं।