शिविरों के जरिये बस्तर के अंदरुनी क्षेत्रों तक पहुंचीं आधार कार्ड, राशन कार्ड जैसी बुनियादी सुविधाएं

शिविरों के जरिये बस्तर के अंदरुनी क्षेत्रों तक पहुंचीं आधार कार्ड, राशन कार्ड जैसी बुनियादी सुविधाएं
दक्षिणापथ, धमतरी। नियमितीकरण की मांग को लेकर दंतेवाड़ा से पैदल चल कर रायपुर के लिए निकले दांडी यात्रियों का काफिला 30 अप्रैल को राजधानी रायपुर की ओर कूच कर रहा। ये दांडी यात्री 1 कि. मि. लम्बा तिरंगा लेकर शाम को रायपुर बूढ़ा तालाब पहुंचेगी। छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पहला आंदोलन है जिसमें कर्मचारियों द्वारा 400 कि. मी. की दांडी यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें से रायपुर आते आते इनकी संख्या 5000 से अधिक की हो गई है। दांडी यात्रा के नेतृत्वकर्ता सूरज सिंह ठाकुर ने बताया कि अन्य जिलों से भी मनरेगा कर्मचारी दांडी यात्रा में अपनी सहभागिता देने के लिए निकल रहे हैं। निमोरा से हमारी यात्रा अब तिरंगा रैली का रूप ले ली है। हमें यह विश्वास हैं कि संवेदनशील मुख्यमंत्री जी हमारी जरूर सुनेंगे। यह मनरेगा कर्मी अपने नियमितिकरण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे है।