मुख्यमंत्री की घोषणा पर त्वरित अमल : कमला नेहरू प्री.मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास ज्योतिपुर आज से खुला

मुख्यमंत्री की घोषणा पर त्वरित अमल : कमला नेहरू प्री.मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास ज्योतिपुर आज से खुला
छत्तीसगढ़ में गर्मियों के दिनों में ‘बोरे बासी’ (Bore Basi) सबसे पसंदीदा भोजन में से एक है। राज्य में पहली बार बोरे बासी को लेकर काफी चर्चा हो रही है। 1 मई यानी मजदूर दिवस (Labour Day) पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों से बोरे बासी खाने की अपील की है। इसके बाद से ही इसकी तैयारी शुरू हो गई है। इस बार मुख्यमंत्री कि अपील पे मजदूर दिवस को खास अंदाज में मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री कि अपील पर मजदूर दिवस (Labour Day) के अवसर पर अपने आहार और संस्कृति के गौरव (Diet and Pride of Culture)की अनुभूति के लिए देश-विदेश (home and abroad)के कोने-कोने में बसे राज्य के लोग बोरे-बासी खाकर श्रम का सम्मान (respect for labor) कर रहे है । उन्होंने कहा बोरे-बासी खाकर छत्तीसगढ़ के अपने श्रमिक भाइयों और बहनों को सम्मान दें। जो इस सुपरफूड का सेवन कर पूरी ताकत और शक्ति के साथ राज्य के विकास के लिए दिन-रात काम करते हैं। छग सरकार अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर आज बोरे बासी भोज का आयोजन कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के लोगों से बोर बासी खाने की अपील की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी रायपुर के शंकर नगर स्थित बीटीआइ मैदान में आयोजित प्रदेश स्तरीय श्रमिक सम्मेलन में श्रमिकों के साथ बोरे बासी खा रहे है । बोरे बासी राज्य की संस्कृति से जुड़ा हुआ है, लेकिन आधुनिकता की दौड़ में नई पीढ़ी इसे भूल रही है। मुख्यमंत्री ने राज्य की संस्कृति और परंपराओं को पुनर्जीवित करने का काम कर रहे हैं।