जन्माष्टमी पर रसमड़ा में हुई भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा

जन्माष्टमी पर रसमड़ा में हुई भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा
-ब्राह्मण का जन्म विश्व कल्याण सर्वसमाज के उत्थान के लिए: देवेश मिश्रा दक्षिणापथ, दुर्ग। आज अक्षय तृतीया तिथि को भगवान विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम का जन्मोत्सव द्विज एकता मंच ब्राह्मण संगठन ने धूमधाम से मनाया। भगवान परशुराम की प्रतिमा व विशाल छायाचित्र की विधिवत पूजा मंत्र के साथ किया गया। आज बोरसी में स्वामी यज्ञानंद ब्रम्हचारी जी के सानिध्य में वैदिक मंत्र के साथ द्विज एकता मंच ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष देवेश मिश्रा, अजय मिश्रा अभिषेक शर्मा, सत्यनारायण सावर्णी, सुमित तिवारी के नेतृत्व में समाज के लोगों ने पूजा आरती की, मिठाइयां बांटी और एक दूसरे को बधाई देकर खुशी का इजहार किया। इस अवसर पर आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए गुरु यज्ञानंद ब्रम्हचारी जी ने भगवान परशुराम के अवतार सहित उनके जीवन पर विस्तृत जानकारी उपस्थित जनसमूह को दिया।उन्होंने बताया कि भगवान परशुराम ने समूचे विश्व से अन्याय अत्याचार का अंत किया। घमंडी अन्यायी, तानाशाही शासकों जिन्होंने अपने शक्तियों का उपयोग गलत व निकृष्ट कार्य में करने में किया, राज्य की प्रजा, ऋषि मुनियों, स्त्रियों पर अत्याचार किया। उन्हें दंडित करने का काम भगवान परशुराम ने किया और एक स्वस्थ शांतिप्रिय न्यायसंगत, समृद्धशाली, कल्याणकारी विश्व की स्थापना की। द्विज एकता मंच अध्यक्ष देवेश मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मण का जन्म विश्व कल्याण सर्वसमाज के उत्थान के लिए हुआ है।एक ब्राह्मण का कर्तव्य अपने ज्ञान व बुद्धि से यथेष्ट मार्गदर्शन करना, मानवकल्याण हेतु कार्य करना है। आज भी अन्याय, अधर्म, अत्याचार, सनातन हिंदू धर्मविरोधी ताकतों को ब्राह्मण समाज मुंहतोड़ जवाब देने संकल्पित व सदैव तैयार है। कार्यक्रम का संचालन अजय मिश्रा एवं आभार प्रदर्शन अभिषेक शर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में अमित सावर्णी, दिनेश तिवारी, रवि शर्मा, आर्येश मिश्रा, ज्योति तिवारी, कस्तूरी तिवारी, लक्ष्मीकांत शर्मा, गोलू, सुमित तिवारी सहित डॉक्टर विनोद साहू, गीता यादव, रमेश यादव सहित भक्तजन उपस्थित थे।