हर 15 मिनट में यह काम करने से क्‍या खत्म हो जाएगा कोरोना का खतरा?

हर 15 मिनट में यह काम करने से क्‍या खत्म हो जाएगा कोरोना का खतरा?
-बारिश से दीवार ढहने से एक बच्चे की मौत, पत्नी गंभीर, पड़ोसी बालक का हाथ टूटा -बारिश से गिरी दीवार, मकान को खतरा दक्षिणापथ, पत्थलगांव। जसपुर जिले में जहां कोरोनावायरस को लेकर अभी तक वायरस की खौप एवं मरीजों पर विराम नहीं लगा है वहीं दूसरी ओर आफत की बारिश ने पूरे जिले का जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। ताजा मामला जशपुर जिले के नगर पंचायत कोतबा में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश के कारण यंहा वार्ड नंबर 8 में संतोष बंजारा का मिट्टी का घर का पीछे का पुरा दीवाल धंस कर गिर गया और बाकी के दीवारों में भी दरार आ गई है जिससे पुरा परिवार दुखी है संतोष बंजारा यहीं ?छोटा सा किराना ?दुकान चलाकर अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं इस तरह से प्राकृतिक आपदा से यह परिवार बहुत दुखी है साथ ही वार्ड के राधे बंजारा ?और? अन्य लोग भी परेशान हैं क्योंकि इस वार्ड में अधिकांश घर? कच्चे मिट्टी के बने हुए हैं जिससे उन्हें भी डर है कि इस बरसात में हमारा आशियाना भी ना उजड़ जाए वहीं संतोष बंजारा चाहते हैं कि प्रशासन की तरफ से उनको सहायता मिले । बारिश की वजह से सुबह मकान की कच्ची चारदीवारी गिर गई। वही दूसरा मामलाविकासखंड फरसाबहार के ग्राम पंचायत डुमरिया के सुखवासु पारा निवासी हरिराम पिता जोधन राम उम्र 27 वर्ष जाति खडिय़ा का दो दिनों से जारी अनवरत बारिश से आज गुरुवार की सुबह 6 से 7 बजे के बीच कच्चा घर ढह गया। परिवार में हरिराम की माँ, पत्नी दो बच्चे सहित 5 सदस्य है। हरिराम बाहर कमाने गया है और इधर उसके परिवार पर आफत आ गई। कच्चे मकान की मिट्टी की दीवार ढहने से 8 वर्षीय पुत्र तिलक राम की मौत हो गई एवं हरिराम की पत्नी को गंभीर चोटें आने से गंभीर हालत में फरसाबहार हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। साथ ही घर के ढहने से पड़ोसी की 9 वर्षीय बच्ची खुली बाई पिता धरमू राम का हांथ टूट गया है।जिले की जीवन रेखा सड़क मार्ग पूरी तरह से गड्ढों एवं तालाब में तब्दील हो चुका है जहां जगह-जगह सड़क जाम की स्थिति बनी हुई है। वहीं सड़कों पर बड़े बड़े तालाब नुमां गड्ढे बन गए हैं। जिले के सभी खेत बारिश के कारण पूरे खेत लबालब भरे नजर आ रहे हैं। पत्थलगांव शहर की सड़के तो पूर्ण रूप से गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं जहां चार पहिया वाहन पर चलना तो दूर पैदल चलना भी परेशानी का सबब बन चुका है ।प्रशासन ने इस ओर से अपनी आंखें ही मुंह ली है।