विराट कोहली और केविन पीटरसन इंस्टाग्राम पर करेंगे चर्चा

विराट कोहली और केविन पीटरसन इंस्टाग्राम पर करेंगे चर्चा

दक्षिणापथ, बेमेतरा। कोरोना का टीका सबसे पहले कोरोना वॉरियर्स (स्वास्थ्य कर्मचारियों) को लगेगा। जिले में प्राइवेट और सरकारी समेत करीब 5,500 फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर हैं। इसमें जिले के उपस्वास्थ्य केंद्रों से लेकर प्राथमिक, सामुदायिक, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, आयुर्वेदिक अस्पतालों के स्वास्थ्य विभाग के कर्मी के साथ ही निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मचारी भी शामिल हैं। जिले के स्वास्थ्य कर्मचारियों के डेटा फीडिंग का काम तेजी से जारी है। प्रदेश में सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को ही कोरोना की वैक्सीन लगेगी।
जिला टिकाकरण अधिकारी डॉ. शरद कोहाड़े ने बताया, निजी और सरकारी अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मियों और अन्य कर्मचारियों की जानकारी एकत्र कर ली गई है। सबसे पहले इन्हीं को टीका लगाया जाएगा। फिलहाल, इनके फोन नंबर सत्यापित करने का काम चल रहा है। इसके लिए जिला स्तर पर इन मोबाइल नंबरों पर बात करके पता किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग ऐसी तैयारी कर रहा है कि कोरोना की वैक्सीन आने के बाद टीकाकरण में कोई परेशानी न आए। बेमेतरा जिले में डीप फ्रिजर व आईस लाइंड रेफ्रीजरेटर की संख्या 48 है। वैक्सीन स्टोर के लिए जनवरी माह में डीप फ्रीजर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों , सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए भी उपलब्ध कराई जाएगी। टीका लगवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजा गया एसएमएस या सूचना ही सही मानी जाएगी। साथ ही, जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के अलावा प्राथमिक व मीडिल स्कूलों के भवनों को भी कोरोना का टीकाकरण केंद्र बनाया जाएगा। जिससे अस्पतालों में आने वाले रुटीन मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों में भीड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा।
सीएमएचओ डॉ. एसके शर्मा ने बताया,प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, प्राइवेट अस्पतालों के स्टॉफ व चिकित्सकों की सूची तैयार कर ली गई है। इसके लिए राज्य, जिला व ब्लॉक स्तर पर स्वास्थ्य कर्मियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग भी दी गयी है। केंद्रीय और राज्य स्वास्थ्य विभाग के आदेश के बाद जिले में कोरोना के वैक्सीन को सुरक्षित रखने के इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। सरकारी, निजी, मेडिकल कॉलेज और डेंटल के स्वास्थ्य कर्मियों की जानकारी एकत्र कर ली गयी है। टिकाकरण केंद्रों में कोल्ड चेन भी मेंटेन है, जैसे ही वैक्सीन आएगी, टीकाकरण शुरू कर देंगे। टिकाकरण पाइंट में डीप फ्रीजर और आईस लाइंड रेफ्रीजरेटर (आईएलआर फ्रीजर) से वैक्सीन का टेम्प्रेचर मेनटेन करने की व्यवस्था का जायजा भी ले लिया गया है।
स्वास्थ्य केंद्रों में नियमित टीकाकरण के कार्य प्रभावित न हो इसको ध्यान में रखते हुए कोरोना वैक्सीन के लिए अलग से स्टोर की व्यवस्था की जा रही है। आईस लाइंड रेफ्रीजरेटर में वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री सेंटी ग्रेट तापमान पर स्टोर किया जा सकता है। डॉ. शर्मा ने बताया, वैक्सीन का टिकाकरण सफलता पूर्वक संचालित करने के लिए अंतर विभागीय समन्वय समिति भी कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित की गई है। वैक्सीन लगाने के बाद किसी तरह साइड इफेक्ट होने की सूचना मिलने पर स्पेशल टीम द्वारा आपात चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए एम्बुलेंस 24 घंटे अलर्ट पर रहेंगे। दूसरे चरण में पुलिस कर्मी और तीसरे में 60 साल से अधिक उम्र के वृद्वों को टीकाकरण का लाभ मिल सकेगा।
टीकाकरण स्थल में एक सत्र में 100 लोगों को लगेगा टीका
सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया, कोरोना के टीके को लेकर केंद्र सरकार ने ऑपरेशनल गाइडलाइंस के मुताबिक भारत में कोरोना वैक्सीन आने के बाद एक दिन में 100 लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। एक वैक्सीनेशन साइट पर एक सत्र (यानी एक दिन) में अधिकतम 100 लाभार्थियों को वैक्सीन देने की उम्मीद है। लेकिन अगर किसी वैक्सीनेशन साइट पर पर्याप्त लॉजिस्टिक और वेटिंग रूम, ऑब्जरवेशन रूम के साथ क्राउड मैनेजमेंट की सुविधा भी है, तो एक और वैक्सीनेटर ऑफिसर जोड़कर एक दिन में 200 लोगों को कोरोना का टीका दिया जा सकता है। इस लिहाज से पर्याप्त लॉजिस्टिक और वेटिंग रूम की सुविधा न होने पर एक दिन में एक सेंटर पर केवल 100 लोगों की कोरोना का टीका दिया जाएगा। सरकार ने स्पष्ट किया कि वायरस संक्रमण के कारण, केवल 13-14 लोगों को एक घंटे में और एक दिन में 100 लोगों को टीका लगाया जाएगा। प्रत्येक टीकाकरण स्थल में पांच टीकाकरण अधिकारी होंगे, जिनमें एक सुरक्षा गार्ड भी होगा, और तीन कमरे होंग: एक प्रतीक्षा के लिए, दूसरा टीकाकरण के लिए और तीसरा अवलोकन के लिए टीकाकरण क्व दौरान 6 फीट की सामाजिक दूरी बनाए रखना आवश्यक होगा। डॉ. शर्मा ने बताया, टीकाकरण की प्रक्रिया में वेटिंग हॉल में बैठने की सुविधा रहेगी। टीकाकरण हॉल में संबंधित व्यक्ति के आधारकार्ड व पहचान पत्र की ऑनलाइन पोर्टल से मिलान किया जा सकेगा। वैक्सीन लेने से पहले स्वास्थ्य ठीक होना जरुरी होगा। वैक्सीन लगने के बाद अवलोकन कक्ष में 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। किसी तरह के साइड इफेक्ट होने पर एम्बुलेंस से सीधे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।