केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम आवास योजना के क्रियान्वयन में राज्य सरकार ने हाथ पीछे खींच लिए हैं- जितेन्द्र वर्मा

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम आवास योजना के क्रियान्वयन में राज्य सरकार ने हाथ पीछे खींच लिए हैं- जितेन्द्र वर्मा

पिछले महीने पश्चिमी अफ्रीका के माली की एक महिला की डिलीवरी पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गई थी. 25 साल की हलीमा नाम की इस महिला ने एकसाथ नौ बच्चों को जन्म दिया था. डिलीवरी मे कुछ दिक्कत होने की वजह से वहां की सरकार की तरफ महिला का मोरक्को में इलाज कराने के विशेष इंतजाम किए गए थे. जन्म के बाद बच्चों की हालत भी नाजुक बनी हुई थी. हालांकि, अब खबर है कि इन सारे बच्चों की सेहत में बहुत सुधार आया है. हालंकि ये 9 बच्चे अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं.

नौ बच्चों का मामला

मोरक्को के इस अस्पताल ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि 4 मई को एक माली महिला ने जिन नौ बच्चों को जन्म दिया, उनकी सेहत अच्छी हो रही है लेकिन उन्हें दो महीने और निगरानी में रखने की जरूरत है. ऐन बोरजा क्लिनिक के प्रवक्ता अब्देलकोद्दस हाफसी ने कहा कि ये नौ बच्चे अब बिना किसी मेडिकल उपकरण के सांस ले रहे हैं. वो सांस लेने में होने वाली दिक्कत से उबर चुके हैं.

नौ बच्चों का मामला

हाफसी ने बताया कि बच्चों को ट्यूब के जरिए दूध दिया जा रहा है और उनका वजन अब बढ़कर 800 ग्राम और 1.4 किलोग्राम के बीच हो गया है. इन 9 बच्चों में पांच लड़कियां और चार लड़के हैं. बच्चों की मां इनके पास ही रह रही है.

हाफसी ने कहा, 'इन बच्चों को बिना किसी चिकित्सा सहायता के जिंदगी शुरू करने में अभी डेढ़ से दो महीने का समय और लगेगा.' 10 डॉक्टर और 25 नर्सों की मेडिकल टीम ने ऑपेरशन के जरिए ये डिलीवरी कराई थी.

नौ बच्चों का मामला

माली की सरकार ने 30 मार्च को बेहतर देखभाल के लिए हलीमा को मोरक्को भेजा था. शुरू में अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में हलीमा के पेट में सात बच्चे होने की बात सामने आई थी लेकिन डिलीवरी के वक्त डॉक्टरों को पता चला कि ये सात नहीं बल्कि नौ बच्चे हैं.