गंदे जोक्स आ रहे हैं, इम्यून सिस्टम से इंसानियत तक सब गिर गया : शोएब अख्तर

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दक्षिणापथ,रामानुजगंज(विकाश कुमार केशरी)नगर में बने नवीन धान उपार्जन केंद्र में 14 गांव के किसानों के द्वारा धान बेचा जाना है। परंतु यहां एक दिसंबर से ही 9 गांव के करीब 600 किसान अभी तक एक दाना भी धान नहीं बेच पाए हैं क्योंकि नवीन धान उपार्जन केंद्र में 6 गांव ही एनआईसी के सॉफ्टवेयर में दिख रहे हैं बाकी 9 गांव के नहीं दिखने के कारण यहां पर धान की खरीदी नहीं हो पा रही है जिससे किसान परेशान हैं कई बार किसान एसडीएम से गुहार लगा चुके हैं वहीं आज जनपद सदस्य सीताराम गुप्ता एवं किसान कमाल अहमद के नेतृत्व में 9 गांव के किसानों का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर को ज्ञापन सौंप सॉफ्टवेयर में आई समस्या को दूर किए जाने की मांग की।
                            गौरतलब है कि भंवरलाल सहकारी समिति में पहले भवरमाल क्षेत्र एवं रामानुजगंज क्षेत्र के गांव के किसान धान बेचते थे परंतु यहां भीड़ ज्यादा हो जाती थी। जिससे किसानों को धान बेचने में परेशानी होती थी इससे निजात दिलाने के लिए स्थानीय विधायक बृहस्पत सिंह की पहल पर रामानुजगंज नया धान उपार्जन केंद्र बनाया गया जिसके अंतर्गत 15 गांव आते हैं परंतु 1 दिसंबर से ही सॉफ्टवेयर प्रॉब्लम के कारण 6 गांव के लोग ही धान बेच पा रहे हैं वही ग्राम पुरुषोत्तमपुर, देवगई, देवीगंज, नवापारा, भितियाही सहित अन्य गांव के करीब 600 किसान अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं। धान नहीं बेच पाने से किसान परेशान है कई बार किसानों के द्वारा एसडीएम को लिखित रूप में अवगत भी कराया गया है। परंतु अब तक खरीदी शुरू नहीं हो पाई है। आज जनपद सदस्य सीताराम गुप्ता एवं किसान कमाल अहमद के नेतृत्व में 9 गांव के किसानों का प्रतिनिधिमंडल को ज्ञापन सौंप सॉफ्टवेयर में आई कमी को दूर किए जाने की मांग की।कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के दौरान आरागाही सरपंच शंभू मिंज, बलराम गुप्ता, उदय प्रजापति ,गोपाल आर्मो, रामधनी आर्मो, संतोष सोयम, बंधु सिंह, राम सिंह नेताम, दिल बोध सहित कई किसान उपस्थित थे।
टोकन कटने के बाद ले आए है धान- इन 9 गांव के करीब 30-35 किसानों ने टोकन कटवा लिया था वही 20 किसान अपना धान भी लेकर बेचने कृषि उपज मंडी प्रांगण में लाए हैं परंतु उनका धान नहीं बिक पा रहा है। जिससे किसान बहुत परेशान हैं।
खुले आसमान के नीचे मवेशी के खाने का भी है डर - किसान अपना धान कृषि उपज मंडी प्रांगण में लेकर आ गए हैं जो खुले आसमान के नीचे रखा है वही बारिश की संभावना एवं मवेशी के धान खाने के डर से किसान बहुत ही चिंतित हैं यदि इनका धान जल्द नहीं लिया जाता है तो धान में नुकसान हो सकता है।

22 दिनों में भी नहीं दूर हो सके सॉफ्टवेयर का प्रॉब्लम, 600 किसान है परेशान- एक ओर जहां छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा 1 दिसंबर से किसानों का धान खरीदी प्रारंभ कर दिया गया है वहीं 9 गांव के किसानों का आज 22 वे दिन भी एक दाना धान खरीदी नहीं हो सका।

इस संबंध में धान उपार्जन केंद्र रामानुजगंज के खरीदी प्रभारी मोहम्मद इंतखाब अंसारी ने बताया कि कंप्यूटर में 6 गांव का ही दिख रहा है बाकी 9 गांव का नाम ही नहीं दिख रहा जिस कारण खरीदी नहीं हो पा रही है एनआईसी में प्रॉब्लम के कारण ऐसा हो रहा है उच्च अधिकारियों को कई बार सूचित किया जा चुका है सुधार के बाद खरीदी किया जाएगा।