कांग्रेस ने टूल किट का निर्माण कर देश को दिग्भ्रमित किया है: मूलचंद शर्मा

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बेंगलुरू । रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन के खार्किव में एक मार्च को गोलाबारी में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर का पार्थिव शरीर सोमवार को बेंगलुरू हवाईअड्डे पर पहुंचा। मेडिकल छात्र के परिवार के सदस्य और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ हवाई अड्डे पर मौजूद थे। परिवार के सदस्यों ने नवीन को अंतिम विदाई दी और उसके बाद मुख्यमंत्री ने उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया। नवीन के पार्थिव शरीर को लेकर उड़ान लगभग 3.00 बजे बेंगलुरु हवाई अड्डे पर उतरी और उन्हें कर्नाटक के हावेरी जिले में उनके पैतृक गांव भेज दिया गया। बोम्मई ने कहा, मैं यूक्रेन में गोलाबारी में मारे गए नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के शव को वापस लाने के प्रयास के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद देता हूं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमने उसे गोलाबारी में खो दिया। उन्होंने आगे कहा, नवीन का पार्थिव शरीर यूक्रेन से यहां लाना बहुत मुश्किल था। ये बहुत साहस की बात है। हमारे प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और सरकार ने यह करके दिखाया। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं। खारकीव 'नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल के अंतिम वर्ष के छात्र नवीन की एक मार्च को रूस की गोलाबारी में मौत हो गई थी। नवीन के पार्थिव शरीर को लेकर यूक्रेन से आई फ्लाइट सोमवार सुबह 3 बजे बेंगलुरु एयरपोर्ट पर पहुंची। नवीन की मौत के बाद कर्नाटक सरकार ने उनके परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता प्रदान की और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। अपने बेटे का देहदान करने का फैसला लेने वाले पिता ने कहा, 'मेरा बेटा मेडिकल क्षेत्र में कुछ करना चाहता था, जो नहीं हुआ। कम से कम उसके शरीर का इस्तेमाल पढ़ाई के लिए दूसरे छात्र कर सकेंगे। इसलिए हम घरवालों ने उसका शरीर मेडिकल रिसर्च के लिए दान देने का फैसला किया है।