नई दिल्ली । असम और मेघालय के बीच 50 साल से चला आ रहा सीमा विवाद आज सुलझ गया है। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। 31 जनवरी को दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की ओर से अमित शाह को एक मसौदा प्रस्ताव पेश करने के दो महीने बाद असम और मेघालय के बीच यह समझौता हुआ है।
बैठक में दोनों राज्यों के मुख्य सचिव भी मौजूद थे। वहीं, अमित शाह ने समझौते का ब्योरा देते हुए कहा, मुझे खुशी है कि आज विवाद की 12 जगहों में से 6 पर असम और मेघालय के बीच समझौता हुआ है। सीमा की लंबाई की दृष्टि से देखें तो लगभग 70 प्रतिशत सीमा आज विवादमुक्त हो गई है। मुझे भरोसा है कि बाकी की 6 जगहों को भी हम निकट भविष्य में सुलझा देंगे। असम और मेघायल के बीच 884 किलोमीटर की सीमा लगती है। ऐसे में दोनों राज्यों की सरकारें सीमा के साथ लगने वाली 12 विवादित क्षेत्रों में से छह में सीमा विवादों को हल करने के लिए एक मसौदा प्रस्ताव लेकर आई थीं। 36.79 वर्ग किमी भूमि के लिए प्रस्तावित सिफारिशों के अनुसार, असम 18.51 वर्ग किमी हिस्से को अपने पास रखेगा और बाकी के 18.28 वर्ग किमी जमीन को मेघालय को दे देगा। असम और मेघालय के बीच हुआ ये समझौता काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद बहुत लंबे समय से लंबित पड़ा हुआ था।
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