20 को ग्राम भरदा में मनाई जायेगी भक्त माता कर्मा जयंती

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दक्षिणापथ। नेल पेंट लगाना हर महिलाओं को बहुत पसंद होता है। महिलाएं बदल-बदल कर नेल पेंट लगाना पसंद करती हैं। लेकिन, क्या आप जानती हैं कि नेल-पेंट लगाना स्वास्थ्य के लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है? दरअसल, इसमें मौजूद केमिकल त्वचा या आंखों के संपर्क में आने पर सेहत पर बुरा प्रभाव डालते हैं। नेल पॉलिश या दूसरे किसी भी रंगीन सौंदर्य उत्पाद में फार्मल्डिहाइड नाम का एक केमिकल होता है। यह उत्पाद को चिपचिपा बनाने के लिए प्रयोग में लिया जाता है। कई लोगों को स्किन के संपर्क में आने पर इस केमिकल से खुजली की समस्या हो जाती है। इस एलर्जी के बढऩे पर आपको गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हखाऊं। आइए जानें नेल पेंट लगाने के नुकसान के बारे में.... हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नेल पॉलिश हमेशा लगाए रहने से नाखूनों को ब्रेक नहीं मिलता जिससे नाखूनों की परत पतली होकर टूटने लगती हैं। इसलिए कुछ दिनों के लिए नेल पॉलिश न लगाएं। रोज़ाना 10-15 मिनट के लिए अपने नाखूनों को गर्म पानी में डुबोकर रखें ताकि वे हाइड्रेट हो सकें। कहते हैं कि, सस्ती नेल पॉलिश में ऐसे केमिकल होते हैं, जो आपके नाखूनों को रूखा-सूखा बना देते हैं। इसलिए ऐसी नेल पॉलिश का इस्तेमाल करें, जिनमें कम केमिकल हों। बाज़ार में विटामिन वाली नेल पॉलिश भी मिलती हैं, जो नाखूनों को पोषण देकर उन्हें स्वस्थ बनाती हैं। नेल पेंट बनाने में स्पिरिट का भी इस्तेमाल किया जाता है, जो फेफड़ों को बुरी तरह से प्रभावित करता है। ऐसे में इसका इस्तेमाल करना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, नेल पॉलिश में डिबुटाइल थैलेट नामक एक ऑयली केमिकल होता है, जो लगाते समय इसमें क्रैक नहीं पडऩे देता। लेकिन, जब यह आंख और मुंह के संपर्क में आता है, तो संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं इसकी वजह से नाक और गले में इंफेक्शन तक हो सकती है। अगर आप 2-3 दिनों में नेल पॉलिश बदलती हैं, तो इसका मतलब है कि आप ढेर सारे रिमूवर का भी इस्तेमाल करती हैं। नेल पॉलिश रिमूवर में एसिटोन होता है, जो नाखूनों में मौजूद नैचुरल ऑयल और नमी को सोख लेता है और नाखूने के आसपास की त्वचा सूख जाती है।