बेवजह की जल्दबाजी ही दुर्घटना का कारण- कलेक्टर

बेवजह की जल्दबाजी ही दुर्घटना का कारण- कलेक्टर
दक्षिणापथ। एलोवेरा का पौधा कई औषधीय गुणों से समृद्ध होता है, शायद इसलिए कई लोग इसे अपने घर या फिर गार्डन में लगाना काफी पसंद करते है। हालांकि, कई बार यह देखने में आता है कि लोग इस पौधे की देखभाल को अनदेखा कर देते हैं, जिसके कारण यह खराब हो सकता है। आइए आज आपको बताते हैं कि एलोवेरा के पौधे की देखभाल किस तरह की जानी चाहिए ताकि यह हमेशा हरा-भरा दिखाई दे। गमले की मिट्टी पर दें ध्यान एलोवेरा के गमले में मौजूद मिट्टी को समय-समय पर चेक करते रहना जरूरी है। इस पौधे की मिट्टी न तो बहुत गीली होनी चाहिए और न ही ज्यादा सूखी बल्कि ऐसी हो जिसमें नमी बनी रहे। हो सके तो एलोवेरा के पौधे को एक ऐसे गमले में रखें, जिसमें नीचे की ओर छेद हो और मिट्टी से अतिरिक्त पानी गमले से बाहर निकल सके। अगर आपने घर में यह पौधा लगाया है तो इसके गमले के नीचे एक प्लेट रखें। सीमित मात्रा में दें पानी अभी सर्दी का मौसम चल रहा है, इसलिए एलोवेरा के गमले में नियमित रूप से सीमित मात्रा में पानी डालें। दरअसल, एलोवेरा के गमले में अधिक पानी डालने से पौधे की जड़ सड़ सकती है, जिसके कारण एलोवेरा की पत्तियां भी खराब हो सकती हैं। वहीं, इससे इसकी पत्तियों का रंग भी फीका पड़ सकता है। इसलिए सर्दियों में इस पौधे के गमले में पानी तभी डालें, जब मिट्टी सूखी दिखने लगे। पौधे के लिए धूप भी है जरूरी पानी के साथ-साथ एलोवेरा के पौधे को पर्याप्त मात्रा में धूप दिखाएं। बस ध्यान रखें कि पौधे पर सूरज की सीधी किरणें न पड़ें, इससे पौधा मुरझा सकता है। इसलिए पौधे के ऊपर हमेशा शेड लगवाएं। ऐसा करने से पौधे को पर्याप्त धूप भी मिल जाएगी और आपके पौधे खराब भी नहीं होंगे। वहीं, अगर आपने एलोवेरा का पौधा घर के अंदर लगाया हुआ है तो इसे किसी ऐसी खिड़की के पास रख दें जहां इसे हल्की धूप मिलती रहे। समय-समय पर खाद डालते रहें अगर आप अपने एलोवेरा के पौधे को स्वस्थ और खूबसूरत बनाए रखना चाहते हैं तो इसमें समय-समय पर खाद डालते रहें। खाद के रूप में हमेशा ही जैविक खाद का इस्तेमाल करें क्योंकि रासायनिक खाद पौधे के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकता है। हालांकि, अगर आपको कहीं से जैविक खाद नहीं मिल रहा है तो आप खाद के तौर पर केले और अंडों के छिलकों का इस्तेमाल कर सकते हैं।