1 रुपये से कम के इन शेयरों ने किया मालामाल, इस हफ्ते 166 फीसद तक लगाई छलांग

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दक्षिणापथ, अंजोरा। ग्राम अंजोरा ख में जिला पंचायत का संसाधन केंद्र बना है जो कि विभिन्न प्रकार के सेमिनार प्रशिक्षण व विभिन्न समूह की बैठक यहां आयोजित होती है जिला मुख्यालय से सटे गांव अंजोरा में जिला पंचायत संसाधन केंद्र बनाया गया जो 2 एकड़ में फैला हुआ है। लेकिन वर्तमान में 1 एकड़ से भी अधिक भूमि पर अनधिकृत रूप से कब्जा कर दीवाल खड़ा कर लिया गया जिसकी अनुमति प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत से नहीं ली गई है इस बाबत पड़ताल करने पर पता चला कि पूर्व सरपंच ममता सारथी के समय में 2 एकड़ भूमि जिला पंचायत को आवंटित की गई। लेकिन वर्तमान सरपंच संगीता साहू के कार्यकाल में बिना पंचायत के सहमति से यह घेरा कर लिया गया है वहां पर अवैध कब्जे हैं वही पानी टंकी भी है साथ ही जिला पंचायत के पीछे भी अवैध कब्जे बने हुए जिस पर कई लोग बहुत समय से निवासरत है वहीं के एक स्थानीय नागरिक विश्वकर्मा ने बताया कि हमें किसी भी प्रकार का नोटिस नहीं दिया गया है और जबरन यह घेरा किया जा रहा है। पंचायत द्वारा दस्तावेज जैसे राशन कार्ड वोटर आईडी, आधार कार्ड सभी बनाए गए हैं हम यहां के निवासी हैं नियमत: पंचायत द्वारा किसी भी प्रकार का नोटिस हमें प्राप्त नहीं हुआ है जबकि अनेक जनप्रतिनिधियों ने हमें पट्टा देने का आश्वासन देकर वोट भी लिया था उसके बावजूद इस प्रकार का कार्यवाही हमें भेदभाव पूर्ण लगता है। इस बाबत हमने जिला पंचायत सीईओ आलोक कुमार से बात करने की कोशिश की जिसमें उन्होंने इसके संबंध में जानकारी नहीं होने व अवैध कब्जा का अंदेशा जताया व इसके बारे में बाद में बता पाने की बात कही। बहरहाल जिला पंचायत ने 1 एकड़ से भी अधिक भूमि पर स्वयं अनाधिकृत रूप से कब्जा करते हुए यहां के नागरिकों को बेदखल कर रही है। जिस पर यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल यह है क्या शासकीय भूमि पर शासकीय कब्जा बिना अनुमति के किया जा सकता है या जिला पंचायत मनमानी पर उतर आई है?