रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर घबराहट न फैलाएं- कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार ही करें उपयोग

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दक्षिणापथ.मुंबई. कांग्रेस नेता और मुंबई के पूर्व सांसद संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) ने पार्टी में जारी घमासान को लेकर बड़ा बयान दिया है। संजय निरुपम का कहना है कि आज के दौर में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव कराना घातक होगा। क्योंकि अगर चुनाव हुए तो लोकप्रियता के कारण राहुल गांधी ही जीतेंगे, यह तय है। उनका कहना है कि पार्टी में चुनाव के बाद बड़ा विभाजन हो जाएगा। पूर्व सांसद संजय निरुपम ने शुक्रवार को ट्वीट किया, 'कांग्रेस में जिस संगठनात्मक चुनाव की बात कुछ नेतागण कर रहे हैं, देश के कितने राजनीतिक दलों में 'वैसे' चुनाव हुए हैं? आज के दौर में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव कराना घातक है। वैसे, चुनाव हुए तो लोकप्रियता के कारण राहुल गांधी ही जीतेंगे, तय है। लेकिन पार्टी में बड़ा विभाजन हो जाएगा।'
निरुपम ने 23 सीनियर नेताओं की चिट्ठी को राहुल गांधी के खिलाफ षड्यंत्र बताया
इससे पहले संजय निरुपम ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी 23 सीनियर नेताओं की चिट्ठी को राहुल गांधी के खिलाफ षड्यंत्र करार दिया था। निरुपम ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी और उससे जुड़े संगठनों में कलहबाजी हमेशा से ही रही है। लेकिन गांधी परिवार के खिलाफ इस तरह का षड्यंत्र पहले कभी नहीं हुआ। राहुल गांधी के खिलाफ लगातार षड्यंत्र रचते गए हैं लोग। और ये षड्यंत्र AICC में बैठे कुछ लोग हमेशा से ही रचते रहे हैं। मैं सबके बारे में नहीं कह रहा हूं, जिन्होंने साइन किया है। कई लोग अच्छे भी हो सकते हैं। लेकिन कुछ लोग हैं, जो हमेशा से राहुल जी के खिलाफ साजिश रचते रहे हैं। उनकी वजह से ही कांग्रेस का नेतृत्व कमजोर हुआ है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है।'
यह है यह पूरा मामला
कांग्रेस के 23 वरिष्‍ठ नेताओं ने पार्टी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर बड़े बदलावों की मांग रखी है। इन नेताओं में कांग्रेस कार्यसमिति के कई सदस्‍यों के अलावा पांच पूर्व मुख्‍यमंत्री, कई सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। चिट्ठी में साफ कहा गया है कि पार्टी अपना सपॉर्ट बेस खो रही है और युवाओं का भरोसा भी। द इंडियन एक्‍सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, नेतृत्‍व पर सवाल खड़े करते हुए इन नेताओं ने एक 'पूर्णकालिक और प्रभावी नेतृत्‍व' की मांग की है जो न सिर्फ काम करता नजर आए, बल्कि असल में जमीन पर उतरकर काम करे भी। इसके अलावा CWC का चुनाव कराने और पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए कोई योजना बनाने की भी मांग की गई है।