कोविड रोगी होम आइसोलेशन मरीजों के बढ़ी परेशानी: हरी सब्जियां एवं फल नहीं मिलने आ रही है काफी कठिनाई

कोविड रोगी होम आइसोलेशन मरीजों के बढ़ी परेशानी: हरी सब्जियां एवं फल नहीं मिलने आ रही है काफी कठिनाई
- जिले के दोनों कोविड केयर अस्पतालों में दिन रात मरीजों की सेवा में तत्पर हैं डॉक्टर्स और चिकित्सा स्टाफ - मरीजों की सेवा के दौरान संक्रमित भी हो रहे कोरोना वारियर्स लेकिन ठीक होकर फिर से दोगुने उत्साह से सेवा में जुटे - जिले में 6 टीमें सैम्पल लेकर कर रही हैं जांच - डोर टू डोर सर्वे कर मरीजों की पहचान कर भेज रहे अस्पताल दक्षिणापथ, दुर्ग। कोविड संकट का मुकाबला करने जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा हुआ है। कोरोना वारियर्स अपनी जान की परवाह किए बगैर मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं। इस दौरान वे संक्रमण का शिकार भी हो रहे हैं लेकिन पुन: ठीक होकर संकट की इस घड़ी में कंधे से कंधा मिलाकर जुटे हुए हैं। घर घर जाकर कर रहे सर्वे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और मितानिनों द्वारा घर घर जा कर कोविड एक्टीव के माध्यम से लक्ष्ण वाले मरीज एवं सांस लेने में गंभीर समस्या वाले मरीजों का चिन्हांकन कर जांच की जा रही है। 6 दलों द्वारा कोविड जांच जिले में कोविड 19 की जांच युद्ध स्तर पर जारी है। कोरोना जांच हेतु जिला चिकित्सालय दुर्ग, सिविल अस्पताल सुपेला, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों में कार्यरत 06 दलों द्वारा सैम्पलिंग लेने का कार्य किया जा रहा है।हर टीम को लक्ष्य देकर जांच करवाई जा रही है ताकि जल्द कोरोना मरीजों की पहचान हो सके और उनको समय पर उपचार मिल सके। जिला प्रशासन द्वारा अतिरिक्त वाहनों की व्यवस्था की गई है ताकि कोरोना पॉजिटीव मरीज की ट्रेसिंग कर कोविड अस्पताल में अविलंब पहुचाया जा सके। प्रशासन द्वारा संचालित 2 कोविड अस्पतालों में 24 घण्टे 4 पालियों में सेवाएं दे रहे हैं डॉक्टर्स डॉ. गंभीर सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी से विजय प्राप्त करने के लिए जिले में प्रशासन द्वारा दो कोविड हॉस्पिटल शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज जुनवानी और चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज कचांदूर को कोविड केयर सेंटर बना कर इलाज किया जा रहा है। शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज जुनवानी भिलाई में प्रभारी अधिकारी डॉ. सुगम सावंत के नेतृत्व में सुचारू रूप से कार्य संचालित किया जा रहा है। जहां 170 बेड उपलब्ध है जिसमें से 15 आईसीयू बेड है। वहीं चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज कचांदूर के प्रभारी अधिकारी डॉ. अनिल शुक्ला हैं। इस अस्पताल में 750 बेड उपलब्ध है। जिले के दोनों कोविड केयर सेंटरों में चार पाली में ड्यूटी लगाई गई है, प्रत्येक पाली में 2 चिकित्सा अधिकारी, 4 स्टाफ नर्स, 1 वार्ड ब्वाय, 2 स्वच्छता कर्मी सेवा दे रहे हैं। समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों को 15 ड्यूटी करने के बाद आराम दिया जा रहा है। कोविड-19 के सफ ल संचालन के लिए 5 चिकित्सा अधिकारी, 62 स्टाफ नर्स, 25 लैब टेक्निशयन एवं 28 स्वच्छता कर्मी की संविदा नियुक्ति कर सेवाएं ली जा रही हैं। मरीजों और चिकित्सा स्टाफ के लिए भोजन की व्यवस्था कोविड-19 अस्पपताल में भर्ती मरीजों एवं चिकित्सा स्टाफ के लिए प्रशासन द्वारा भोजन की व्यवस्था की गई है। शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में भोजन की व्यवस्था अक्षय पात्र से एवं चन्दूलाल चन्द्राकर मेडिकल कॉलेज में नगर निगम द्वारा बेहतर भोजन एवं नाश्ते की व्यवस्था की जा रही है।बिना अवकाश के लगातार सेवाएं दे रहें हैं स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी, संक्रमित होने के बाद स्वस्थ होकर फिर से पूरे जज्बे के साथ कर रहे मरीजों की सेवा- स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम के सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों बिना अवकाश के दिए गए कर्तव्य निर्वहन कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी पाजिटिव आने के पश्चात् पुन: स्वस्थ पर दुगुने उत्साह के साथ कार्य स्थल पर कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं पूरा अमला अपने सुख-दुख का भूल कर मानव सेवा में तत्पर है। कोविड -19 के सुझाव एवं परामर्श के लिए हेल्प डेस्क मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में बनाया गया है। जिला प्रशासन द्वारा आम जनता से लगातार अपील की जा रही है कि फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें । सेनेटाइजर, मास्क, हैण्डवॉश का नियमित उपयोग करें और जहां तक संभव हो कम से कम घर से बाहर निकलें जब तक बहुत जरूरी न हो घर से बाहर न जाएं ताकि अनावश्यक भीड़ एकत्रित न हो और संक्रमण का खतरा कम हो।