विधायक वोरा ने मुख्यमंत्री से कोविड बेड बढ़ाने किया आग्रह

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दक्षिणापथ,रामानुजगंज(विकाश कुमार केशरी)। कन्हर नदी में महामाया मंदिर के समीप बने छठ घाट एवं राम मंदिर घाट से नगरवासियों के द्वारा आए दिन पूजन सामग्री एवं मूर्ति विसर्जित की जाती है जो बह नहीं पाती है व एनीकट में ही रहती हैं जिससे एनीकट का पानी प्रदूषित होता है नगर पंचायत को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। गौरतलब है कि कन्हर नदी में एनीकट बनने के बाद राम मंदिर घाट एवं महामाया मंदिर घाट से पूजन सामग्री व मूर्तियां बहाए जाने के बाद बह नहीं पाती है वह एनीकट में ही रहती है जिससे एनीकट का पानी प्रदूषित होता ही है वही यहां स्नान करने वालों के लिए भी खतरा मंडराता है क्योंकि नदी में बहाए  गए सामग्री के इकट्ठा होने से वहां जहरीले जलीय जीव जंतु के पनपने का खतरा मंडराता रहता है वही पैर फसने का भी खतरा रहता है। नगर पंचायत को इस और ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। वर्ष भर बाद ही बह पाएगी पूजन सामग्री एवं मूर्तिया- एनीकट की सफाई बरसात के समय में ही होती है जब नदी में बाढ़ आता है यदि बरसात जिस प्रकार से थमा है इससे नदी का जलस्तर लगातार कम हो रहा है ऐसे में नदी में बहाए गए सामग्री बाहर नहीं निकल पाएंगे जो 1 वर्ष बाद ही अगले बरसात में निकल सकेंगे। बैनर पोस्टर लगाए जाने की है आवश्यकता- नगर पंचायत को महामाया मंदिर घाट एवं राम मंदिर घाट में बैनर पोस्टर लगाए जाने की आवश्यकता है जिसमें यहां पूजन सामग्री  एवं मूर्ति विसर्जन  नहीं कि जाने की अपील हो तब ही नदी स्वच्छ एवं निर्मल रह सकेगा। कन्हर को स्वच्छ रखने के लिए सामूहिक प्रयास की है आवश्यकता-कन्हर नदी को स्वच्छ रखने के लिए ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है ही वही नागरिकों को भी कन्हर को स्वच्छ रखने के लिए सामूहिक रूप से जिम्मेदार होने की आवश्यकता है। तब ही कन्हर नदी स्वच्छ रह पाएगा। शिव मंदिर घाट एनीकट से हो सकता है मूर्ति विसर्जन एवं पूजन सामग्री का विसर्जन- मूर्ति एवं पूजन सामग्री को छठ घाट एवं राम मंदिर घाट से न विसर्जित कर इसे एनीकट एवं शिव मंदिर घाट से भी विसर्जित किया जा सकता है इसके लिए लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।