निर्भया के गुनहगारों को 20 मार्च को फांसी

निर्भया के गुनहगारों को 20 मार्च को फांसी

आज सावन के चौथे और अंतिम सोमवार पर कुछ अद्भुत संयोग भी बन रहे हैं जो इस दिन को और खास बना रहे हैं. आज के दिन अनुराधा नक्षत्र, ब्रह्मयोग, यायिजय योग, सर्वार्थ सिद्धि योग का अद्भुत संयोग बन रहा है. ये संयोग आज के दिन को बेहद शुभ बना रहे हैं. ज्‍योतिर्विदों के अनुसार इन संयोग में सावन के आखिरी सोमवार का व्रत रखने और पूजा पाठ करने से सभी अनुष्ठान सिद्धि प्राप्त करेंगे.

आज सावन का अंतिम सोमवार है. सावन के महीने में हर सोमवार को भक्त पूरी श्रद्धा से शिव की आराधना करते हैं लेकिन आखिरी सोमवार का महत्व खास होता है. सावन के आखिरी सोमवार को विशेष पूजा करके महादेव का आशीर्वाद लिया जा सकता है. ऐसी मान्यता है कि अगर आखिरी सोमवार का व्रत रख कर लिया और भोलेनाथ की पूजा तो सभी सोमवारों का फल और पुण्य प्राप्त हो जाएगा.

सावन के अंतिम सोमवार पर विशेष संयोग- आज सावन के चौथे और अंतिम सोमवार पर कुछ अद्भुत संयोग भी बन रहे हैं जो इस दिन को और खास बना रहे हैं. आज के दिन अनुराधा नक्षत्र, ब्रह्मयोग, यायिजय योग, सर्वार्थ सिद्धि योग का अद्भुत संयोग बन रहा है. ये संयोग आज के दिन को बेहद शुभ बना रहे हैं. ज्‍योतिर्विदों के अनुसार इन संयोग में सावन के आखिरी सोमवार का व्रत रखने और पूजा पाठ करने से सभी अनुष्ठान सिद्धि प्राप्त करेंगे.

सावन के अंतिम सोमवार का महत्व- सावन के अंतिम सोमवार पर शिव की आराधना और व्रत करने से समस्त समस्याओं से छुटकारा मिलता है. मान्यता है कि आज के दिन पूरे विधि विधान से शिव की पूजा करने से उनका विशेष आशीर्वाद मिलता है. पंडितों के अनुसार अगर आपने सावन के सोमवार का कोई व्रत नहीं रखकर सिर्फ आखिरी सोमवार का व्रत किया हो तो भी आपको सभी सोमवारों का फल और पुण्य प्राप्त हो जाएगा.

उज्जैन के महाकाल में हुई भस्म आरती- आज सावन के अंतिम और चौथे सोमवार पर उज्जैन के महाकाल में भस्म आरती हुई. ये आरती बिना श्रद्धालुओं के ही हुई. कोरोना काल के चलते सावन के सभी सोमवार पर भस्म आरती में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध रहा. आज सिर्फ सुबह 6 से 11 और शाम 7 से 9 बजे तक बाबा के दर्शन प्री बुकिंग से ही किए जा सकेंगे. सावन के सभी सोमवार की तरह आज भी सुबह 2:30 बजे बाबा महाकाल के पट खोले गए. पंडे पुजारियों ने बाबा का दूध ,दही ,शहद ,घी से पंचामृत अभिषेक किया. भस्म आरती के बाद बाबा का विशेष श्रृंगार किया गया. असके बाद करीब 1 घंटे तक बाबा अद्भुत भस्म आरती की गई. आरती के बाद आम श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करने दिया गया. आज सावन के अंतिम सोमवार पर भक्तों में बाबा भोलेनाथ की एक झलक पाने के लिए खासा उत्साह देखने को मिला