कोरोना वैक्सीन के लिए उमड़ा उत्साह

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दक्षिणापथ, साजा। छत्तीसगढ़ भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मूलचंद शर्मा ने आज बीजा क्षेत्र के‌ दौरे पर प्रेस वार्ता में बताये छत्तीसगढ़ में किसानों पर हो रहे अत्याचार और किसान विरोधी नीति के खिलाफ अपना रोष जाहिर करते हुए कहा कि बेमौसम बारिश से सरकार का कई लाखों टन धान खराब हो रहा है सरकार की इससे नाकामी सिद्ध हो रही है सरकार ने मंडियों में रखरखाव का ध्यान नहीं रखा इस धान के गीले होने से अब गोलमाल का खेल चालू होगा। पहले तो धान सूखत किया जाएगा और फिर भीगे हुए धान में नमी का हवाला देकर अधिकारी रिजेक्ट और सलेक्ट का खेल खेलेंगे ताकि भ्रष्टातम कार्यवाही को अंजाम दिया जा सके इस खेल में भयंकर घोटाला और गोलमाल भी होगा। छत्तीसगढ़ में किसान विरोधी नीति के चलते किसानों को पहले ही काफी ही असुविधाओं का सामना करना पड़ा है। एक तो, एक महीने बाद धान की खरीदी की गई उसके बाद पंजीयन की मारामारी फिर बारदानों का अभाव किसानों को झेलना पड़ा। इस तरह सरकार किसानों के लिए अनेको मुसीबतो का झमेला लाददते आ रही है वही दूसरी ओर तुस्टीकरण नीति के तहत किसानों का पूर्ण कर्ज माफ करने का वादा किया गया लेकिन वायदों पर खरी नही उतरी बल्कि आज किसान कर्जो से लदा पड़ा है और आत्म हत्या की घटनाएं भी समय समय पर घटित हुई है। 2500 रूपये समर्थन मूल्य की घोषणा करने के बाद भी पिछले साल और इस वर्ष अंतर की राशि किसानों के खाते में नहीं डाली गई है। बोनस भी पूरा भुगतान नही किया गया है अंतर की राशि मार्च माह में देने की बात कही जा रही है। सरकार के मुखिया भूपेश बघेल मात्र सोनिया और राहुल गांधी को खुश करने में लगे हुए है। मात्र गांधी परिवार की जयंती और पुण्यतिथि पर ही किसानों की अंतर राशि देने का ऐलान किया जाता है। श्री शर्मा ने आगे कहा कि 2 सालो में सरकार ने तीस हजार करोड़ का कर्जा लिया है और उसका बोझ छत्तीसगढ़ की जनता पर आने वाला है अब सरकार अपने बचाव के लिए अतिरिक्त धान की नीलामी करने की तैयारी में है इस हेतु 29 लाख 39 हजार मीट्रिक टन धान बेचने का लक्ष्य रखा है। जबकि ऍफ़ सी आई में 24 लाख मीट्रिक टन चावल दिया जाना है लेकिन पुराने सड़े हुए बारदानों से धान के बदले चावल की वापसी की जानी है। जिसमे केन्द्र सरकार के द्वारा नए बारदाने में वापसी पर सरकार का पसीना छूट रहा है चूंकि पुराने बारदाने में चावल की वापसी से भारी भ्रस्टाचार होगा इस कारण केन्द्र सरकार ने पुराने बारदानों पर वापसी के लिए कड़ी आपत्ति की है। छत्तीसगढ़ की सरकार केन्द्र सरकार पर तरह तरह के आरोप लगाकर सरकार की छवि को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है जो उचित नही है । श्री शर्मा ने आगे कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा किसानों के लिए लाया गया कृषि बिल किसानों के हित में कल्याणकारी होगा। इस बिल से किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी वहीं किसानों का धान सही कीमत पर बिकेगा साथ ही बिचोलियों का हस्तछेप भी बंद होगा वहीं msp भी जारी रहेगी । कांग्रेस अनावश्यक और भ्रामक प्रचार कर जनता को गुमराह कर रही है लेकिन अब उसका खेल ज्यादा दिनों तक नही चल सकता उन्होंने कांग्रेस के गलत हथकंडो से सावधान रहने की अपील की है।किसान मोर्चा छत्तीसगढ़ में किसानों के प्रति हो रहे अत्याचारों के खिलाफ सीधी लड़ाई लड़ने के लिए किसानों के हित में सड़कों पर उतरेगा और भूपेश सरकार के खिलाफ खुला प्रदर्शन विरोध किया जायेगा ।