छत्तीसगढ़ के चाय बागानों और बांस उद्योग को मिलेगा असम की विशेषज्ञता का लाभ

छत्तीसगढ़ के चाय बागानों और बांस उद्योग को मिलेगा असम की विशेषज्ञता का लाभ

दक्षिणापथ, साजा । साजा तहसील के समीपस्थ गांव बगलेड़ी के सैकड़ों लोग बेमौसम बारिश होने से आई आफत से प्राकृतिक आपदा के कारण मकान क्षतिग्रस्त होने तथा खेतों में बेतहाशा पानी जमा से हुई फसल क्षति होने से नहीं मिलने वाली क्षतिपूर्ति राशि की मांग मांग को लेकर तहसील मुख्यालय साजा में पदस्थ राजस्व अधिकारी के कार्यालय के सामने भारी तादाद में पीड़ित जन उपस्थित रहे और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम से अधिकारी राजस्व के द्वारा ज्ञापन प्रेषित किया गया । ज्ञापन में मांग की गई कि प्रदेश सरकार के द्वारा प्राकृतिक आपदा से आए नुकसानी पर विगत 2 महीने से उचित रूप से कार्यवाही नहीं की गई तथा राशि प्रदाय करने में भेदभाव तरीका अपनाया गया। अपात्र लोगों को सूची में दर्ज कर लाभान्वित किया गया।

जबकि पीड़ित और नुकसान हुए ग्रामीणों का कोई प्रकरण नहीं बना कर भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया गया जिसको लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा गया। ग्रामीणों ने बताया कि सूची में उन लोगों का क्षतिपूर्ति प्रकरण बनाया गया जो किसी भी तरीके से नुकसान राशि प्राप्त करने की हकदार नहीं थी साथ ही जिनके पक्के मकान बने हुए हैं उन लोगों को भी क्षतिपूर्ति का लाभ दिया गया जो उचित नहीं है। इसलिए ग्राम बगलेड़ी में क्षतिपूर्ति की राशि में अपात्र को दी गई राशि की जांच की जाए तथा पात्रों को जांच उपरांत क्षतिपूर्ति राशि दिलाई जाए। ज्ञापन की प्रतिलिपि क्षेत्रीय विधायक एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी को दी गई। ग्रामीणों के साथ किसान नेता मूलचंद शर्मा और मनोज वर्मा, मैना बाई जंत्री ईश्वर रानी दीपक निषाद रोमन बनरू शिव सिंह द्वारिका सागर गणेश राम दूर सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।