IAF को मिलेंगे में 83 तेजस, HAL से हुई डील

IAF को मिलेंगे में 83 तेजस, HAL से हुई डील

दक्षिणापथ, नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में अंदरूनी इलाकों में पहली बार दिनभर शान से तिरंगा लहराता नजर आया। गदर के गीत गाने वाले बच्चे देशभक्ति के गीत गुनगुनाते रहे। स्कूलों और पंचायत भवनों में गरिमामय ढंग से ध्वजारोहण किया गया। आज़ादी के बाद पहली बार कुछ गांवों में स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया गया। अबूझमाड़ में छलके देशप्रेम की कहानी के पीछे उन बहादुर सपूतों की कुर्बानी याद करना लाजमी है। देश के वीर जवानों ने अपनी शहादत से अबूझमाड़ के कुछ गांवों में शांति स्थापित किया है। माड़ के आकाबेडा,कोहकामेटा,सोनपुर,ओरछा,कुंदला, बासिंग समेत कई गांवों में नक्सली बैकफुट में चले गए है। यहां पुलिस के थाना और कैम्प स्थापित होने से दस किमी के दायरे में नक्सली सिमट गए है। आज़ादी के 75वे साल में माड़ के कुछ गांवों सही मायने में आज़ाद हुए है। यहां पिछले चार दशकों से नक्सलियों की समांतर सरकार चलती थी। नक्सलियों के द्वारा कई निर्दोष ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया गया है। फोर्स के जंगलों में उतरने के बाद अबूझमाड़ की आबोहवा भी बदल रही है। पुलिस ग्रामीणों के साथ दोस्तना संबंध स्थापित कर गांवों में विकास के द्वार खोलने में सहभागिता निभा रहीं है।

काले झंडे लगाकर विरोध नही जता पाए नक्सली
नक्सलियों के आधार इलाके में फोर्स की आमद होने से नक्सलियों का इलाका सिमट रहा है। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को काला दिवस घोषित कर नक्सलियों के द्वारा गांव-गांव में काला झंडा लगाया जाता है लेकिन इस बार नक्सली अपने मंसूबों पर कामयाब नहीं हो पाए है। शैक्षणिक संस्थाओं और ग्राम पंचायतों में ध्वजारोहण होने के बाद नक्सली तिरंगे झंडे को उतार कर काले झंडे लगाते आए हैं लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि नक्सलियों के द्वारा अबूझमाड़ के अंदरूनी इलाकों में काले झंडे लगाकर विरोध नहीं जता पाए है।
लालटेन युग से मिली आजादी
दशकों बाद अबुझमाडिय़ा परिवार को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है। गांवों तक पक्की सड़कें बनाई जा रही है। पीने के लिए साफ पानी मिल रहा है। लालटेन युग से आजादी मिल गई है। माड़ के छोटे बड़े गांव में बिजली पहुँच गई है। असल आजादी के मायने अबुझमाडिय़ा परिवार लोग अब समझ रहे है। सरकार के द्वारा अंतिम व्यक्ति तक पहुँच बनाने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे है। स्वास्थ्य सेवा का लाभ गांव के अंतिम छोर तक पहुँचाने के लिए स्वास्थ्य साथी के युवाओं को लगाया गया है।
सभी स्कूलों में हुआ ध्वजारोहण
अबूझमाड़ ब्लाक के सभी स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस गरिमामय ढंग से मनाया गया है। आजादी के पर्व को लेकर गांवों में उत्साह का माहौल है। किसी भी स्कूल से नक्सली उत्पात की जानकारी नही आई है।

  • डीबी रावते, बीईओ ओरछा