मान्यता पर उठ रहे सवाल, बिना जावक क्रमांक और दिनांक डाले ही जारी किया मान्यता प्रमाण पत्र

मान्यता पर उठ रहे सवाल, बिना जावक क्रमांक और दिनांक डाले ही जारी किया मान्यता प्रमाण पत्र
-कैंप 2 स्कूल, पावरहाउस एवं शासकीय हाई स्कूल पुलगांव का लक्ष्य पूरा -घर जाकर अभिभावकों को तैयार किया और एक हफ्ते के भीतर ही लक्ष्य प्राप्त कर लिया दक्षिणापथ, दुर्ग। अपने स्कूल की बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता अपने बच्चों की तरह करने का उदाहरण दुर्ग जिले में मिल रहा है और प्राचार्य तथा शिक्षक हितग्राही बच्चों को टीका लगवा रहे हैं। कुछ मामलों में तो इसमें कमाल हुआ है जैसे कैंप 2 स्कूल पावरहाउस एवं शासकीय हाईस्कूल पुलगांव में लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। यहां शासन द्वारा निर्धारित आयु वर्ग 15 से 18 वर्ष के हितग्राही सभी बच्चों को टीका लगाया जा चुका है। कैंप 2 स्कूल की प्राचार्य शैलजा राजेंद्रन उन बच्चों के घर भी गईं जिनके अभिभावक टीका लगाने में परहेज कर रहे थे और अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे थे। इस संबंध में जानकारी देते हुए श्रीमती शैलजा ने बताया कि हमने सबसे पहले अभिभावकों की मीटिंग ली और बताया कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका है और इसके चलते शासन 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों को टीका लगवा रही है। कोरोना से सुरक्षा की सबसे बड़ी कड़ी टीका ही है। कुछ अभिभावक पूर्व से ही टीका का महत्व समझते थे और कुछ बैठक के बाद इसके लिए सहमत हुए। श्रीमती शैलजा ने बताया कि जो बच्चे टीका लगाने नहीं पहुंचे, उनके घर गईं। अभिभावकों से मुलाकात की और उन्हें समझाया कि किस प्रकार टीका कारगर होता है। श्रीमती शैलजा के स्कूल में 64 बच्चों को टीके लगने थे और सबको टीके लगवा लिये गये। श्रीमती शैलजा ने बताया कि प्राचार्य के रूप में हम स्कूल परिवार के मुखिया हैं। परिवार में सब स्वस्थ रहें, इसकी चिंता सबसे पहले होती है। इसलिए जैसे ही अभियान शुरू हुआ, हमने तेजी से इस दिशा में काम किया और इस बात का संतोष है कि सभी पात्र बच्चों को टीके लग गये। इसी प्रकार शासकीय हाईस्कूल पुलगांव में भी 48 बच्चों को टीका लगना था और सभी बच्चों को टीके लगवा दिये गये। इस संबंध में जानकारी देते हुए संयुक्त कलेक्टर सुश्री प्रियंका वर्मा ने बताया कि कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के मार्गदर्शन में स्कूली बच्चों को टीकाकरण के अभियान की निरंतर मानिटरिंग की जा रही है। प्रथम चरण के अंतर्गत 1 लाख 51 हजार 182 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य है, जिसे हम सफलतापूर्वक प्राप्त करने की कोशिश करेंगे। इसके लिए भी अभिभावकों की काउंसिलिंग की जा रही है। इससे अभिभावक टीकाकरण के लिए आगे आ रहे हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला टीकाकरण अधिकारी सीबी बंजारे ने बताया कि टीकाकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। कार्य जल्दी से पूरा हो जाए, इसके लिए विशेष रणनीति बनाई गई है। उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले में 15 वर्ष से 18 वर्ष तक के 1 लाख 51 हजार 182 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य दिया गया था और इसे पूरा करने की दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है।