दक्षिणापथ. विश्व खेल दिवस सी मोहन पावर लिफ्टर एवं बॉडीबिल्डिंग खिलाड़ी सी मोहन जी का आज सम्मान एवं स्वागत प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया। जूनियर नेशनल पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप सिल्वर मेडल सिलेक्शन फॉर कॉमनवेल्थ गेम्स पावर लिफ्टिंग में मेडल मिला था। 2019 में कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड मेडल भी मिला है।
सी मोहन कनाडा सेंट जॉन्स शहर में चल रही कामनवेल्थ अंतरराष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप छत्तीसगढ़ी के एकमात्र खिलाड़ी सी मोहन 93 केजी वजन समूह 795 किलो वजन लिफ्ट कर वजन स्वर्ण पदक जीता था। सी मोहन की अंतरराष्ट्रीय प्रथम प्रतियोगिता है। खेल विभाग द्वारा 2018 सी मोहन विक्रम खेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सी मोहन जिम के प्रतिभावान खिलाड़ी है 6 से 8 वर्ष बॉडीबिल्डिंग और पावर लिफ्टिंग निरंतर अभ्यास कर रहे हैं पिता का नाम चिनप्पा है।
23 साल की उम्र में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता। श्री मोहन के आज खेल दिवस के अवसर पर मिठाई श्रीफल शॉल और फूलों का गुलदस्ता देकर खेल प्रेमी प्रशंसक समाजसेवी प्रशांत कुमार क्षीरसागर ने उनका सम्मान एवं स्वागत किया। स्वागत करने वाले में सोशल वर्क प्रशांत कुमार क्षीर सागर संतोष पाराशर संजय ढोल टिंकू सहारे सेक्टर वन ब्रह्मानंद राव राजेश क्षीरसागर प्रहलाद क्षीर सागर अधिवक्ता सभी खेल प्रेमी सम्मान एवं स्वागत किया।
हॉकी मेजर ध्यानचंद के लीजेंड की जीवनी
मेजर ध्यानचंद सिंह भारतीय फील्ड हॉकी के भूतपूर्व खिलाड़ी एवं कप्तान थे। भारत एवं विश्व हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाडिय़ों में उनकी गिनती होती थी। वे तीन बार हॉकी ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे। 1928 एमस्टरडम 1932 लॉस एंजेलिस ओलंपिक एवं 1936 बर्लिन ओलंपिक उनकी जन्मतिथि को भारत राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने हॉकी का जादूगर भी कहा जाता है। उन्होंने अपने खेल जीवन में 1000 से भी अधिक गोल दागे है। 1956 में भारत के प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। हॉकी का विजार्ड टाइटल भी दिया गया। ज्योति देश का सिविलियन अवार्ड है नेशनल स्पोट्र्स डे 29 अगस्त को मनाया जाता है। आज आप को इतिहास बताने जा रहे हैं की नेशनल स्पोर्ट डे मनाने के पीछे की कहानी हॉकी के महान जादूगर लीजेंड ध्यानचंद जी को हॉकी का जादूगर कहा जाता है। इनका जन्म आज ही के दिन 29 अगस्त उन्नीस सौ पांच उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था।