कलेक्टर महादेव कावरे एवं जिला पंचायत अधिकारी मंडावी ने पत्थलगांव सिविल अस्पताल का किया आकस्मिक निरीक्षण

कलेक्टर महादेव कावरे एवं जिला पंचायत अधिकारी मंडावी ने पत्थलगांव सिविल अस्पताल का किया आकस्मिक निरीक्षण
दक्षिणापथ। नन्हा-मुन्ना बच्चा जब आपकी गोदी में पहली बार आता है तो आपको ऐसे निहारता है जैसे वह आपको पहचान गया हो। हांलाकि, बच्चे लोगों के चेहरे की ओर देखते हैं और आकर्षित होते हैं मगर इसका यह मतलब नहीं कि वह अभी से ही मां और बाप को पहचानें। इसके लिये उन्हें थोड़ा वक्त लगता है। अगर आप पहली बार माता-पिता बनें हैं तो आपको थोड़ा सा धैर्य रखना होगा। कुछ ही महीनों में आप पाएंगे कि आपका बच्चा आपको देखकर मुस्कुराने लगा है। सबसे पहले बच्चा अपनी मां को पहचानता है एक नवजात शिशु अपनी मां के आस-पास सबसे ज्यादा आरामदायक महसूस करता है क्योंकि वह न केवल मां की खुशबू और आवाज से परिचित होता है, बल्कि दिन के दौरान वह केवल उसी को सबसे ज्यादा देखता है। यही कारण है कि बच्चे अन्य फेमिली मेंबर के मुकाबले पहले अपनी मांओं को पहचानते हैं। जब बच्चा तीन महीने का हो जाता है तब वह अलग-अलग चेहरों के बीच अंतर कर सकता है। लेकिन वह मां ही होती है जिसे नवजात शिशु सबसे पहले पहचानता है। बच्चा अपने पिता को कब पहचानना शुरू करता है अभी तक ऐसी कोई रिसर्च नहीं हुई जिससे साबित हो सके कि बच्चे अपने पिता को किस उम्र से पहचानना शुरू करते हैं। हांलाकि, यह माना जाता है कि बच्चे गर्भ से अपने पिता की आवाज को पहचानते हैं और उनका जवाब भी देते हैं। इसलिये डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि पिताओं को अपने शिशुओं से उनके गर्भ में रहने पर बात करनी शुरू कर देनी चाहिये। जब बच्चे जन्म लेते हैं तो उनकी दृष्टी धुंधली होती है और समय के चलते कुछ सप्ताह के बाद (ज्यादातर मामलों में 2 सप्ताह के बाद) वे अपने माता और पिता दोनों के चेहरे पहचानना शुरू कर देते हैं। परिवार के अन्य लोगों को कब पहचानना शुरू करता है बच्चा हालांकि, कोई ठोस सबूत नहीं है जो माता-पिता को यह समझने में मदद करता है कि उनका बच्चा कब उन दोनों को पहचानना शुरू करता है। कई शोध के मुताबिक एक बच्चा दूसरे लोगों की तुलना में मां को पहले पहचानता है। वहीं, कुछ महीने और साल भर में बच्चा मां के साथ साथ परिवार के अन्य सदस्यों को भी पहचानना शुरू कर देता है। पहचानने के लिए लुक्स क्यों हैं जरूरी जिस प्रकार से बड़े खूबसूरती की ओर आकर्षित होते हैं बिलकुल वैसे ही बच्चे भी सुंदर लोगों को देखना पसंद करते हैं। आपने देखा होगा कि बच्चा लगातार उन चेहरों को देखता रहता है जो अन्य से अधिक सुंदर होते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बच्चे भी कुछ चेहरों की ओर आकर्षित होते हैं। अजनबियों के सामने बच्चे का व्यवहार अक्सर आपने देखा होगा कि आपका बच्चा आपके या आपके परिवार के आस पास में रह कर ज्यादा खुश और चंचल होता है। लेकिन अजनबियों के सामने अजीब सा व्यवहार करने लगता है। इसका कारण यह है कि आपका बच्चा परिचित चेहरों के साथ सहज और आरामदायक महसूस करता है और अपरिचित चेहरों से सावधान रहता है। अपरिचित चेहरे या अजनबी आपके बच्चे को जिज्ञासु और आशंकित कर सकते हैं, जिससे वह अजीब व्यवहार कर सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि वह चिंतित या डरा हुआ है। याद रखने वाली चीजें रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि बेबी किसी स्थान की जगह लोगों की पहचान पहले कर लेते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनकी दृष्टि अभी भी विकसित हो रही होती है। 3-4 महीने की उम्र तक एक बच्चा अपने माता-पिता को पहचानने लगता है। प्रत्येक गुजरते महीने के साथ उसकी दृष्टि में सुधार होता है। यदि आप नोटिस करते हैं कि आपका बच्चा 4 महीने की उम्र तक लोगों और स्थानों को पहचान नहीं रहा है, तो आप इसके बारे में अपने बच्चों के डॉक्टर को बता सकते हैं।