मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव से सम्बद्ध विभागों के बजट प्रस्तावों पर विस्तृत विचार-विमर्श

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव से सम्बद्ध विभागों के बजट प्रस्तावों पर विस्तृत विचार-विमर्श
  कवर्धा। जिले में कुष्ठ निवारण पखवाड़ा मनाया जा रहा है, यह गत 30 जनवरी से शुरू हुआ और आगामी 13 फरवरी तक मनाया जाएगा। लोगों को कुष्ठ बीमारी व तमाम चर्म रोगों की विस्तृत जानकारी देने के लिए जिले के सभी विकासखंडों में विविध आयोजन जारी रखे गए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शैलेन्द्र कुमार मंडल ने बताया कि गत 30 जनवरी से जनजागरूकता व लक्षण युक्त अथवा सम्भावित मरीजों की खोज अभियान आरम्भ की गई है। उन्होंने बताया कि 3 फरवरी को बोड़ला के भलपहरी में कुष्ठ जांच शिविर शुरू किया गया। आगामी 7 फरवरी को पंडरिया के जंगलपुर, 9 फरवरी को कवर्धा के सूखाताल, 11 को लोहारा के गोछिया में यह शिविर आयोजित की जाएगी। अब तक 69 सम्भावित मरीज मिले जिले के कुष्ठ नियंत्रण अधिकारी डॉ बी एल राज ने बताया कि उक्त अभियान से पूर्व भी सम्पूर्ण जिले में कुष्ठ खोज अभियान चलाया गया, अब तक कुल 69 कुष्ठ के सम्भावित मरीज खोज लिए गए हैं। डॉ राज ने बताया कि सबकी जांच करके उपचार शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि कुष्ठ अथवा लेप्रसी के दौरान शरीर पर सफेद चकत्ते यानी निशान पड़ने लगते हैं। ये निशान सुन्न होते हैं यानी इनमें किसी तरह का सेंसेशन नहीं होता है। अगर इस जगह पर कोई नुकीली वस्तु चुभोकर देखें तो दर्द का अहसास नहीं होगा। ये पैच या धब्बे शरीर के किसी एक हिस्से पर होने शुरू हो सकते हैं, जो ठीक से इलाज ना कराने पर पूरे शरीर में भी फैल सकते हैं। डॉ राज ने बताया कि लेप्रसी के मरीज को पलक झपकने में भी दिक्कत हो सकती है। क्योंकि लेप्रै बैक्टीरिया मरीज की आंखों की नसों पर हावी होकर उनके सेंसेशन और सिग्नल्स को प्रभावित करता है। ऐसे में मरीज को पलक झपकने की याद नही आती और पलक झपक भी नहीं पाती। हर समय खुला रहने के कारण आंखें ड्राई होने लगती हैं और मरीज के देखने की क्षमता प्रभावित होने लगती है। आंखों से संबंधित कई रोग पनपने लगते हैं। रहे सतर्क ,सावधानियां जरूर बरतें सीएमएचओ डॉ शैलेन्द्र कुमार मंडल व जिला कुष्ठ नियंत्रण अधिकारी डॉ बी एल राज ने लोगों से सतर्क रहने व सही समय पर चिकित्सकीय सलाह व जरूरत पड़ने पर सही और पूर्ण उपचार लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर स्वयं या आपके घर में या आस-पास कोई इस तरह का व्यक्ति है, जिसकी आंखों में लगातार पानी आ रहा हो, हाथ पैर में छाले हो रहे हों, शरीर के कुछ हिस्से में गर्म-ठंडे का अहसास नहीं हो रहा हो या शरीर में सुन्नता बढ़ रही हो। ऐसी स्थिति में बिना देरी के तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर लेप्रसी या कुष्ठ रोग का पता प्रारंभिक अवस्था में ही चल जाता है और इसका सही तरीके से इलाज कराना शुरू कर दिया जाता है तो 6 महीने से लेकर डेढ़ साल के अंदर इस बीमारी को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है।