मुख्यमंत्री श्री बघेल 21 सितम्बर को करेंगे जगदलपुर से विमान सेवा का शुभारंभ
दूसरी अगर जियो और फेसबुक के बीच की इस डील को माइनॉरिटी इन्वेस्टमेंट के लिहाज से देखा जाए तो यह सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) है। इस बड़ी डील पर रिलायंस जियो ने कहा है कि कंपनी के एक छोटे हिस्से पर किसी टेक कंपनी का यह सबसे बड़ा निवेश है। तीसरी, दोनों कंपनियों की साझेदारी से ना सिर्फ दोनों कंपनियों का कारोबार बढ़ेगा, बल्कि रोजगार के भी कई अवसर पैदा होंगे। चौथी, रिलायंस जियो की शुरुआत 2016 में हुई थी। धीरे-धीरे इसने टेलिकॉम इंडस्ट्री में अपनी धाक जमा ली। टेलिकॉम और ब्रॉडबैंड से लेकर ई कॉमर्स में इसने अपना विस्तार किया और 38 करोड़ ग्राहकों तक पहुंच गई और पांचवी, भारत में तेजी से इंटरनेट के यूजर बढ़ रहे हैं। ऐसे में इस डील के साथ जियो और फेसबुक को बाकी कंपनियों से टक्कर लेने में आसानी होगी। इसी साल की शुरुआत में भारती एयरटेल और गूगल क्लाउड के बीच भी हिस्सेदारी हुई थी, जो छोटे और मझोले कारोबारियों को जी-सूट मुहैया कराने के लिए थी। अब जियो और फेसबुक की इस डील से एयरटेल-गूगल की पार्टनरशिप को टक्कर देने में मदद मिलेगी।