पूजन सामग्री एवं मूर्तियां छठ घाट एवं राम मंदिर घाट से विसर्जित किए जाने से एनीकट में फंसने के कारण प्रदूषित होता है एनीकट, एनीकट एवं शिव मंदिर घाट से विसर्जित किए जाने की आवश्यकता

पूजन सामग्री एवं मूर्तियां छठ घाट एवं राम मंदिर घाट से विसर्जित किए जाने से एनीकट में फंसने के कारण प्रदूषित होता है एनीकट, एनीकट एवं शिव मंदिर घाट से विसर्जित किए जाने की आवश्यकता
नई दिल्‍ली। लॉकडाउन के बाद पहली बार माल एवं सेवा कर (जीएसटी) काउंसिल की 40वीं बैठक आज शुक्रवार को होने वाली है। इस बार जीएसटी काउंसिल (परिषद) की बैठक में कर राजस्व पर कोविड‑19 की महामारी के असर पर चर्चा होगी। इसके साथ ही राज्यों को मुआवजा भुगतान के लिए रूपरेखा तैयार करने को लेकर वार्ता हो सकती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और राज्यों के वित्‍त मंत्री के साथ होने वाली जीएसटी परिषद की ये बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी। फाइनेंशियल एक्‍सपर्ट के मुताबिक फिलहाल सरकार के पास जीएसटी दरों में बदलाव की कोई गुंजाइश नहीं है। लेकिन, काउंसिल गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) के क्रिर्यान्‍वयन के कारण राज्यों को होने वाले राजस्व नुकसान की भरपाई के लिए पैसे जुटाने के तरीकों पर फैसला कर सकती है। सूत्रों ने बताया कि बैठक में केंद्र और राज्यों के राजस्व पर महामारी के प्रभाव और राजस्व अंतर को कम करने के तरीकों पर चर्चा भी होगी। इसके अलावा इस बैठक में जीएसटी कर संग्रह और रिटर्न दाखिल करने की विस्तारित समय‑सीमा पर भी चर्चा होगी। क्‍योंकि, सरकार ने अप्रैल और मई के महीनों के लिए मासिक जीएसटी राजस्व संग्रह के आंकड़े अभी तक जारी नहीं किए हैं। गौरतलब है कि हाल ही में औद्योगिक संगठन फिक्की के एक कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी दरों में कटौती पर कहा था कि यह फैसला जीएसटी काउंसिल लेती है, लेकिन काउंसिल को राजस्व संग्रह की भी चिंता है। (एजेंसी हि.स.)