मुंबई । बजाज ऑटो लिमिटेड और उसके वालुज औरंगाबाद संयंत्र में श्रमिकों के बीच दरार बढ़ती जा रही है क्योंकि कोविड-19 सकारात्मक मामलों की संख्या 300 के करीब हो गई है और लगभग 6-8 लोगों ने संक्रमण के कारण आत्महत्या कर ली है। इस प्लांट में कोरोना संक्रमण के करीब 250 मामले पाए जाने पर कर्मचारियों में खलबली मच गई है जिसके चलते यूनियन ने सुरक्षा के लिहाज अस्थायी तौर पर प्लांट बंद करने की मांग की है। पश्चिम महाराष्ट्र में बजाज ऑटो फैक्टरी में कोरोना के सबसे अधिक मरीज मिले हैं। कंपनी ने अपने कर्मचारियों को पत्र भेजकर कहा है कि जो कर्मचारी काम पर नहीं आएंगे उन्हें वेतन नहीं मिलेगा। बजाज ऑटो वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष थेंगडे बाजीराव ने कहा है कि कर्मचारी काम पर आने से घबरा रहे हैं। कुछ लोगों ने तो छुट्टी ले ली है। यूनियन अध्यक्ष कहा कि हमने कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए 10 से 15 दिनों के लिए प्लांट बंद करने का अनुरोध किया हैद्व परंतु कंपनी का कहना है कि इससे कोई फायदा नहीं होगा, काम खतम होने के बाद वैसे भी लोग सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए एक साथ जुट जाते हैं।
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