कभी जहां कचरा फेका जाता था आज वह स्थल बना आकर्षण केन्द्र .......

कभी जहां कचरा फेका जाता था आज वह स्थल बना आकर्षण केन्द्र .......
दक्षिणापथ, दुर्ग । साहित्यकार ललित देवांगन द्वारा लॉक डाउन के दौरान लिखी गई 11 वी किताब हमारा समाज 4 का विमोचन 10 सितंबर को किया गया । अपनी 31 किताब में देवांगन जी ने समाज के समग्र विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की है जिससे समाज के सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक एवं राजनैतिक विकास के कार्यक्रम बना कर समाज एवं सामाजिक जनों को उन्नति के पथ पर अग्रसर किया जा सकता है। इससे पहले ललित देवांगन छाया ने कविता संग्रह पड़ाव इन्द्रधनुष क्षितिज और विविधा लेख संग्रह अभिव्यक्ति दर्पण भावना और क्षणिकाएं पर्यटन पुस्तक छत्तीसगढ़ दर्शन, छत्तीसगढ़ दर्शन-2, भारत दर्शन, सपने, मेरी जीवन यात्रा, मेरी संयंत्र यात्रा, सामाजिक इतिहास अस्तित्व, प्रेरणा, प्रेरणा 2, प्रेरणा 3, हमारा समाज, हमारा समाज 2, हमारा समाज 3, भारत भाग्य विधाता, भारत भाग्य विधाता 2, भारत भाग्य विधाता 3, भारत भाग्य विधाता 4, छत्तीसगढ़ दर्शन, छत्तीसगढ़ दर्शन 2, परमेश्वरी महात्म्य, हमारे आराध्य श्री राम, कहानी संग्रह जिंदगी आदि लिखी है और आपकी किताब भारत भाग्य विधाता 5,6,7, प्रेरणा 4, छत्तीसगढ़ के खेवैया 3, आयोजन, संस्कार आने वाली है । लाक डाउन के कारण इस किताब का विमोचन घर पर किया गया है और इसकी आन लाईन प्रतियां वाट्स अप और ई मेल से भेजी जायेगी।