कोविड संकट का मुकाबला करने मुस्तैदी से डटा है प्रशासन...

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एमसीएक्स पर अप्रैल डिलीवरी वाला सोना आज 161 रुपये की तेजी के साथ 48000 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर खुला। सुबह के सत्र में इसने 47976 रुपये का न्यूनतम और 48065 रुपये का उच्चतम स्तर छू लिया। सुबह 10 बजे यह 211 रुपये की तेजी के साथ 48050 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। जून डिलीवरी वाला सोना भी 235 की तेजी का साथ 48180 रुपये पर पहुंच गया। चांदी की कीमत (Rate of Silver) में भी तेजी देखी जा रही है। मार्च डिलीवरी वाली चांदी 316 रुपये की तेजी के साथ 71329 रुपये पर ट्रेड कर रही थी।

सर्राफा कीमतों में भी तेजी

सोमवार को दिल्ली सर्राफा बाजार मे भी सोना और चांदी दोनों में ही तेजी देखने को मिली। सोना 94 रुपये की बढ़त के साथ 46,877 रुपये प्रति 10 ग्राम (Gold price today) के स्तर पर पहुंच गया। पिछले सत्र में सोना 46,783 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर बंद हुआ था। वहीं दूसरी ओर चांदी में आज 340 रुपये की तेजी देखी गई, जिसके बाद चांदी 68,391 रुपये प्रति किलो (Silver price today) के स्तर पर पहुंच गई। इससे पिछले सत्र में चांदी 68,051 रुपये प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई थी।

पिछले हफ्ते 2000 रुपये सस्ता हुआ सोना

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अपने बजट प्रस्तावों में सोने और चांदी पर आयात शुल्क (import tax) में 5 फीसदी कटौती की घोषणा की थी। इसके बाद दिल्ली सर्राफा बाजार में पिछले हफ्ते सोने की कीमत (Rate of Gold) में गिरावट आई। दिल्ली सर्राफा बाजार में पिछले शुक्रवार को सोने का बंद भाव 48844 रुपये प्रति 10 ग्राम था जबकि इस हफ्ते शुक्रवार को यह 46738 रुपये रह गया। इस तरह पूरे हफ्ते इसमें 2106 रुपये की गिरावट आई। यह गिरावट सोमवार को बजट घोषणाओं के साथ शुरू हुई और शुक्रवार तक जारी रही।

कस्टम ड्यूटी में कटौती

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अपने बजट प्रस्तावों में सोने और चांदी पर आयात शुल्क (import tax) में भारी कटौती की घोषणा की। सीतारमण ने सोने और चांदी पर आयात शुल्क में 5 फीसदी की कटौती की है। फिलहाल सोने और चांदी पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क चुकाना पड़ता है। इस तरह से अब सोने और चांदी पर सिर्फ 7.5 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी चुकानी होगी। इससे सोने और चांदी की कीमतों में कमी आएगी।

2020 में 28 फीसदी महंगा हुआ सोना

2020-28-

पिछला साल सोने के लिए बहुत ही शानदार (Gold Price in 2020) साबित हुआ है। बीते साल सोने की कीमत करीब 28 फीसदी तक बढ़ी। अगस्त के महीने में तो सोने-चांदी ने एक नया रेकॉर्ड ही बना दिया था और अपना ऑल टाइम हाई का स्तर छू लिया था। ऐसा नहीं है कि सिर्फ भारत में ही सोने की कीमत बढ़ी। वैश्विक बाजार में भी सोना करीब 23 फीसदी महंगा हुआ। इससे पहले 2019 में भी सोने के दाम में बढ़ोतरी की दर डबल डिजिट में थी।

इंटरनैशनल स्तर पर क्या है स्थिति

भारत में सोने की कीमत ग्लोबल ट्रेंडस से प्रभावित होती हैं। वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण ग्लोबल इकनॉमिक रिकवरी के लिए मुश्किल हो गई है। इसके अलावा दुनियाभर में कम ब्याज दरों और यूएस डॉलर में कमजोरी सोने के लिए सकारात्मक हो सकती है। अभी गोल्ड स्पॉट 1900 डॉलर प्रति औंस के आसपास है। इस साल यह 1980 डॉलर और फिर 2050 डॉलर तक जा सकती है।

शेयर और रियल एस्टेट के मुकाबले सोना

रियल एस्टेट की तुलना में सोने ने काफी अधिक रिटर्न दिया है। रियल एस्टेट की कीमतों में पिछले कुछ समय से ठहराव आ गया है। होम प्राइस इंडेक्स 2020-21 की दूसरी तिमाही में 1.1 फीसदी बढ़ा जबकि उससे पिछली तिमाही में यह 2.8 फीसदी और पिछले साल की समान तिमाही में 3.3 फीसदी बढ़ा था। 2020 में गोल्ड ने सभी एसेट क्लास में सबसे अच्छा रिटर्न दिया। इसने शेयर और रियल एस्टेट से अच्छा रिटर्न दिया। पिछले साल बीएसई सेंसेक्स ने 15.75 फीसदी रिटर्न दिया।

क्या 2021 में भी बढ़ेगा सोना

-2021-

दुनियाभर में प्रमुख केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती करके इस लगभग जीरो कर दिया है और कम से कम अगले एक साल तक ये इसी स्तर पर रहेगा। साथ ही मार्केट में लिक्विडिटी मुहैया कराने के लिए भी सेंट्रल बैंक्स आक्रामक रुख दिखा रहे हैं। इन सबका इकॉनमी पर असर होगा और इससे सोने की कीमतों में तेजी आएगी। दुनियाभर में लिक्विडिटी पुश से सोने की कीमतें बढ़ेंगी।