पितृपक्ष को लेकर कन्हर नदी के घाटों की हुई सफाई, 1 सितंबर से शुरू हो रहा है पितृपक्ष

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दक्षिणापथ. ई-वॉलेट पेटीएम व इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत आप डिजिलॉकर की सुविधा पेटीएम मिनी एप्स पर भी पा सकते हैं। मंत्रालय के मुताबिक, डिजिलॉकर का मकसद सभी लोगों को पेपर लेस सुविधाओं के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म मुहैया कराना है। पेटीएम के साथ करार के तहत उसके यूजर्स अपने डॉक्यूमेंट्स को मिनी एप के जरिए डिजिलॉकर में ऐड, सेव/स्टोर और रिट्रिव कर सकेंगे।

डिजिलॉकर के डेटा यूजर्स के मोबाइल पर ही मौजूद रहेंगे, इसलिए उन्हें ऑफलाइन मोड में भी एक्सेस किया जा सकेगा। यहां आप अपने आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, इंश्योरेंस, कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट आदि को डिजिटल फॉर्मेट में स्टोर कर सकते हैं। पेटीएम का कहना है कि वह डिजिलॉकर में मौजूद किसी भी दस्तावेज को स्टोर नहीं करती है और न ही उससे जुड़ी कोई जानकारी बैकएंड पर भेजती है।

पहली बार लॉगिन करने पर पेटीएम आपसे कुछ स्वीकृतियां मांगेगी और बाकी फंक्शन डिजिलॉकर की तरह होंगे। इस सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए आपको ऐप में टॉप पर बाईं तरफ बने फोटो/नाम वाले आइकन पर टैप करना होगा। उसके बाद आपको पेटीएम की तरफ से मुहैया कराई जा रही कई सुविधाएं नजर आएंगी, जिनमें डिजिलॉकर भी होगा। सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के मुताबिक, डिजिलॉकर में स्टोर किए गए दस्तावेज को कानूनी तौर पर मूल दस्तावेज के बराबर ही माना जाता है।