नीति आयोग ने छत्तीसगढ़ के आकांक्षी जिला नारायणपुर में सामुदायिक सहायता से संचालित पढ़ई तुंहर दुआर योजना को सराहा

नीति आयोग ने छत्तीसगढ़ के आकांक्षी जिला नारायणपुर में सामुदायिक सहायता से संचालित पढ़ई तुंहर दुआर योजना को सराहा
दक्षिणापथ, रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में टमाटर की कीमतों में तेजी आ चुकी है। मांग ज्यादा और आपूर्ति कम होने की वजह से टमाटर की कीमतें 20 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 40 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुकी है।कारोबारियों के मुताबिक भारी गर्मी की वजह से स्थानीय उत्पादन में गिरावट आई है। स्थानीय मांग की पूर्ति के लिए राजधानी के डूमरतराई थोक बाजार में अब बंगलुरू और नासिक से आवक शुरू हो चुकी है। राजधानी के कुछ चिल्हर बाजारों में कीमतें 50 रुपये प्रति किलो तक भी पहुंच चुकी है।डूमरतराई थोक बाजार के अध्यक्ष ने बताया कि मई-जून में हर साल टमाटर की कीमतों में महंगाई आती है। इस बार छत्तीसगढ़ में स्थानीय उत्पादन अधिक रहने की वजह से मई से कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि इससे पहले 15 अप्रैल के बाद से ही कीमतों में उछाल आ जाता था। टमाटर की नई फसल के लिए लोगों को अभी तीन-चार महीने और इंतजार करना पड़ सकता है। अन्य सब्जियों की कीमतों पर गौर करें तो इसमें भी महंगाई दर्ज की जा रही है। परवरल, बरबट्टी, भिंडी, बैंगन आदि सब्जियों की कीमतें भी थोक में 20 रुपए पार कर चुकी है। इसकी वजह से चिल्हर बाजार में भी कीमतों में उछाल आ चुका है।