एक ओर कोरोनावायरस की मार तो दूसरी ओर बारिश की आफत

एक ओर कोरोनावायरस की मार तो दूसरी ओर बारिश की आफत
ज‍िस तरह से कोरोना पसर रहा है, उससे बचने के लि‍ए लोग अब तरह तरह के उपाय करने के ल‍िए तैयार हैं। इस बीच कई तरह की अफवाहें भी सामने आ रही हैं।
लोग अपने-अपने तरीके से इन उपायों को देख रहे हैं। अब सोशल मीडिया पर तमाम पोस्ट में कहा जा रहा है कि कुछ-कुछ देर में पानी पीकर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सकता है।
इसके पीछे तर्क दि‍या जा रहा है क‍ि अपने गले को तर रखना चाहिए। और हर 15 मिनट में पानी पीना चाह‍ि‍ए। दलील दी गई है कि ऐसा करने से हमारी ग्रासनली से वायरस साफ हो जाएंगे और फिर पेट में जाकर एसिड से मर जाएंगे।
वहीं दूसरी तरफ कहा जा रहा है क‍ि संक्रमण किसी एक वायरल कण से नहीं बल्कि हजारों या लाखों पार्टिकल्स के संपर्क में आने से होता है इसलिए ग्रासनली से कुछ की सफाई से बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। इस थ्योरी की एक ये भी दिक्कत है कि इसमें केवल संभावना है कि आप सारे वायरस को अपने पेट तक पहुंचाकर मार सकें। आप तब तक अपनी नाक से भी कुछ वायरस अपने भीतर ले जा चुके होंग।
अगर ये भी मान लें कि वायरस आपकी नाक या श्वासनली तक नहीं पहुंच पाया तो भी ये आपके शरीर में अन्य तरीकों से भी पहुंच सकता है। कई लोग अपनी आंखों को छूकर भी संक्रमण अपने शरीर के भीतर पहुंचा सकते हैं।
पानी पीने को इतना कारगार इसलिए भी नहीं माना जा रहा है क्‍योंक‍ि पेट में मौजूद अम्लीय रसों का pH का स्‍तर बेहद कम होता है। यह बैटरी एसिड की तुलना में बहुत कम असरदार होता है।
एक अन्‍य रिपोर्ट के मुताबिक पानी पीने से कोरोना वायरस के संक्रमण रुकने को लेकर अभी तक कोई वैज्ञानिक पुष्टि नहीं हुई है।
हालांक‍ि हर 15 म‍िनट में पानी पीने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन तरह तरह की अफवाहों को इलाज भी नहीं माना जाना चाह‍िए।