सफाई नहीं तो हर निरीक्षण में एक हजार फाईन
- स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए जुटा रिसाली निगम
रिसाली। सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों का रख रखाव और सफाई ठीक नहीं होने पर एजेंसी पर 1000 फाईन लगेगा। यह राशि एजेंसी को तब-तब देनी होगी जब-जब निरीक्षण होगा। इसी तरह डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन और सार्वजनिक स्थानों पर कचरा मिलने पर सफाई कार्य करने वाली एजेंसी के देयक राशि में नियमानुसार कटौती की जाएगी। स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नगर पालिक निगम रिसाली की आयुक्त मोनिका वर्मा ने निर्देश दिए है।
इसी परिपेक्ष्य में नगर पालिक निगम रिसाली के मुख्य कार्यपालन अभियंता सुनील दुबे ने सफाई दरोगा, प्लेसमेंट सुपर वाइजर, स्वच्छता श्रृंगार के तहत कार्य करने वाली एजेंसी और सफाई ठेकेदारों की बैठक ली। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वच्छता श्रृंगार के तहत सामुदायिक सह सार्वजनिक शौचालय संचालित करने वाले एजेंसी की जिम्मेदारी बढ़ गई है। एजेंसी को शौचालय के रख रखाव से लेकर सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना होगा। अधिकारी निगम क्षेत्र के 27 शौचालयों को लगातार निरीक्षण करेंगे। अगर निरीक्षण में खामी मिली तो प्रत्येक निरीक्षण के हिसाब से 1000 कटौती की जाएगी। बैठक में स्वास्थ्य विभाग प्रभारी बृजेन्द्र परिहार समेत पी.आई.यू. आकाश मिश्रा व विजय कश्यप विशेष रूप से उपस्थित थे।
-सफाई ठेकेदारों पर भी नजर
कार्यपालन अभियंता ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर रिसाली नगर पालिक निगम गंभीर है। सफाई ठेकेदार अपने कर्मचारियों से ईमानदारी पूर्वक कार्य ले। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन गीला-सूखा कचरा अलग लेकर एस.एल.आर.एम. में डंप करे। सार्वजनिक जगह में कचरा डंप न करने दे। अन्यथा अनुबंध में उल्लेख नियमों के तहत देयक राशि में कटौती की जाएगी। साथ ही एजेंसी को व्यवसायिक क्षेत्र की लचर सफाई व्यवस्था को सुधारने कहा है।
-रेड और यलो प्वाइंट पर होगी कार्रवाई
जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी रेड और यलो प्वाइंट पर विशेष निगरानी रखेंगे। सार्वजनिक जगहों पर थूकते पाए जाने या फिर सार्वजनिक जगह पर खुले में पेशाब करते पाए जाने पर जुर्माना वसूल की कार्रवाई करेंगे।