24 घंटे के निर्जला व्रत के बाद तिजहारीनों ने तोड़ा व्रत

-फुलेरा सजाकर रात भर किया शिव-पार्वती का पूजन, भजन-कीर्तन
रायपुर । हरितालिका तीज के पावन अवसर पर राजधानी में तिजहारीनो ने 24 घंटे का निर्जला व्रत कर पति की दीर्घायु की कामना करते हुए रात्रि जागरण किया। इस दौरान रात भर भजन-कीर्तन का दौर चला। आज सुबह पार्थिव शिवलिंग की पूजा और विसर्जन पश्चात तिजहारिनों ने अपना व्रत तोड़ा।
उल्लेखनीय है कि तीजा पर्व पर महिलाए अपने पति की दीर्घायु की कामना करते हुए कठोर व्रत धारण करती है । यह निर्जला व्रत होता है हरतालिका तीज पर सुहाग की लंबी उम्र की कामना की जाती है। व्रत में कुंवारी कन्याएं या सुहागिन महिलाएं जो व्रती हैं, व्रत पर लाल वस्त्र पहनकर, मेहंदी लगाकर सोलह श्रृंगार कर भगवान शिव और पार्वती की पूजा करती है। इस व्रत में व्रती को शयन नहीं करना चाहिए तथा रात्रि में भजन कीर्तन के साथ रात्रि जागरण करना पड़ता है और प्रात: काल स्नान के बाद श्रद्धा और भक्ति पूर्वक यथाशक्ति दान किया जाता है । हरतालिका दो शब्दों से बना है हरित और तालिका हरित का अर्थ होता है हरण करना और तालिका अर्थात सखी । इस व्रत को हरितालिका इसलिए कहा जाता है क्योंकि पार्वती की साखियां उन्हें पिता के घर से हरण कर जंगल में ले गई थीं जहां भगवान भोलेनाथ को पति के रूप में पाने के लिए उन्होंने बहुत कठिन व्रत और तपस्या की थी।