श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा मे दो दिवसीय निःशुल्क चक्र साधना शिविर

श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा मे दो दिवसीय निःशुल्क चक्र साधना शिविर

दुर्ग। महाप्रभाविक श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा में 2 एवं 3 दिसम्बर को दो दिवसीय संगीतमय आराधना के साथ निःशुल्क सप्त चक्र जागरण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस साधना शिविर में मोटिवेशनल ट्रेनर शेखर बैद (जैन) के द्वारा प्रोजेक्टर स्लाइड, ओरा मापक यंत्र आदि विविध माध्यमों से शिविरार्थीयो को सात चक्रों की जागरण का विधी, उपाय बतलायेगें। यह शिविर, पूर्णता आवासीय होगा! इस शिविर में जैनधर्म के महाप्रभाविक लोगस्स सूत्र की स्मरण एवं व्याख्या के साथ साधक के जीवन में होने वाले परिवर्तन की प्रस्तुति किया जावेगा। शेखर बैद रायपुर के प्रसिद्ध मोटिवेशन स्पीकर ,प्रेरक वक्ता, बिजनेस कोच, कार्पोरेट ट्रेनर के साथ ही प्रमाणित करियर काउंसलर है। आम नागरिकों के लिए समय-समय पर वे निःशुल्क शिविर आयोजन करते है। सात चक्रों के संदर्भ विस्तृत जानकारी देते हुए आरोग्यम्  नगपुरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा दानेश्वर टंडन ने बताया कि योग के विभूतिपाद में अष्टसिध्दि के अलावा अन्य अनेक प्रकार की सिद्धियों का वर्णन मिलता है। सभी सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए चक्रों को जाग्रत करना अनिवार्य है, मनुष्य शरीर स्थित कुंडलिनी शक्ति में जो चक्र स्थित है उनकी संख्या कहीं छैः तो कहीं सात बताई गई है। समय-समय पर चक्र वाले स्थान पर ध्यान दिया जाए तो मानसिक स्वास्थ्य और सुदृढ़ता के साथ विविध उपलब्धि प्राप्त किया जा सकता है। हमारे शरीर में स्थित चक्रों को जागरण करने से हमें सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्त होती है। हम अगर इस ऊर्जा का ठीक प्रबंधन कर लें तो असाधारण सफलता भी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। चक्रों के जागरण होने पर व्यक्तित्व में चमत्कारी परिवर्तन दिखने लगते हैं।