आज आंवला नवमी पर महिलाएं कर रही पूजा

आज आंवला नवमी पर महिलाएं कर रही पूजा

दुर्ग–भिलाई। ट्विन सिटी में आज आंवला नवमी का पर्व मनाया जा रहा है। महिलाओं ने बड़ी संख्या में आंवला पेड़ों की पूजा अर्चना की। दुर्ग और भिलाई शहर में जगह-जगह स्थित आंवला पेड़ों के इर्द-गिर्द महिलाएं सुबह से एकत्र होने लगी थी । आंवला वृक्ष में मौली धागा बंद कर दिया जलाया और चारों ओर फेरा लगाकर कृतज्ञ पेड़ों के नीचे साफ सफाई कर बैठक और पानी की व्यवस्था की गई । कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आज कई महिलाओं ने आंवला नवमी का व्रत रखा। इसे अक्षय नवमी भी कहा जाता है । मान्यता है कि इस दिन आंवला पेड़ की पूजा करने से अक्षय पुण्य मिलता है   । आंवला पेड़ के नीचे पूर्व दिशा की ओर भगवान विष्णु का पूजन करने जड़ों में दूध अर्पण करने और पेड़ के चारों तरफ परिक्रमा लगाते हुए सूत लपेटने से भगवान प्रसन्न होते हैं। साथ ही कपूर या देसी घी की बाती जलाकर पूजा अर्चना करने के बाद भगवान की आरती के साथ पेड़ की 108 बार परिक्रमा की जाती है। फिर गरीब को भोजन कराकर वस्त्र तथा दक्षिणा देने का रिवाज है ।इस दिन भोजन में वाला को शामिल किया जाता है और आवाले का दान भी किया जाता है   । इसके बाद पेड़ के नीचे भोजन करना अत्यंत सुखद माना जाता है । आज 21 नवंबर को आंवला नवमी दुर्ग भिलाई में बड़े उत्साह से महिलाओं ने मनाया उदिया तिथि के आधार पर आयोजित 21 नवंबर की आंवला नवमी का समापन 22 नवंबर को रात 1:09 पर होगा।