आंवला नवमीं का पर्व हमारी धार्मिक व सांस्कृतिक धरोवर-सरोज पाण्डेय

आंवला नवमीं का पर्व हमारी धार्मिक व सांस्कृतिक धरोवर-सरोज पाण्डेय

दुर्ग। राज्य सभा सांसद एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सुश्री सरोज पाण्डेय आज आंवला नवमीं पर्व के अवसर पर दुर्ग के राजेन्द्र पार्क में महिला बहनों के साथ आंवला वृक्ष की पूजा अर्चना कर दुर्ग शहर की समृद्धि और मंगल कामना की। इस मौके पर उन्होनें सैकड़ों की संख्या में उपस्थित महिला बहनों को आंवला नवमीं पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएॅ भी दी। आंवला नवमी के अवसर पर राजेन्द्र पार्क में उपस्थित महिला बहनों ने राज्य सभा सांसद डॉ. सुश्री सरोज पाण्डेय को अपने बीच पाकर बड़ी उत्साहित हुई और वहीं उन्होनें राज्य सभा सांसद को माला एवं स्र्काफ पहनाकर उनका आत्मीय स्वागत किये ।

ऐसी मान्यता है कि आज के दिन आंवला वृक्ष के नीचे भोजन बनाने के बाद उसे प्रसाद के रुप में ग्रहण करने से उत्तम आरोग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही व्यक्ति के सभी दरिद्रता का नाश होता है । इसकी भक्ति करने से कई जन्मों तक इसके पुण्य फ लों की प्राप्ति होती है । इस संबंध में राज्य सभा सांसद सुश्री पाण्डेय ने कहा कि दुर्ग के इस राजेन्द्र पार्क से मेरा विशेष लगाव है और मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज यहॉ आने का मौका मिला है। उन्होनें कहा आंवला नवमीं का यह पर्व हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोवर है जिसे एक निश्चित तिथि को हम मनाते हैं । इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा करने से मॉ लक्ष्मी और भगवान विष्णु प्रसनन्न होते हैं। जिससे सुख, समृद्धि, और खुशहाली का आगमन होता है। आंवला नवमीं पर्व की परंपरा अनुसार राजन्द्र पार्क में उपस्थित महिलाओं ने राज्य सभा सांसद के साथ वृक्ष के नीचे भोजन पकाकर उसे प्रसाद के रुप में ग्रहण की। इस मौके पर श्रीमती उषा टावरी, श्रीमती चंद्रिका चंद्राकर, श्रीमी सीमा शर्मा, भावना दिवाकर, आभा फुले, रजिन्दर कौर, कुमुद बघेल, सीमा चंद्राकर, ममता चंद्राकर, पूनम चंद्राकर, उषा चंद्राकर, रानी चंद्राकर, रश्मि शुक्ला, अर्चना मिश्रा, श्रीमती रत्ना मैडम, दीपक देवांगन, आशा यादव, चम्पा साहू, सीमा शर्मा, कल्पना जोशी, स्वेता बक्शाी, राजश्री समर्थ, लीला चंद्राकर, प्रभा सिंग, सीमा तिवारी, विद्या नामदेव, सरिता मिश्रा, सावित्री दिल्लीवार, ममता जैन, रीता दुबे, कुसुम, मेघा, मोहनी सहित सैकड़ों की संख्या में महिलाएॅ राजेन्द्र पार्क में उपस्थित थे।